बीते मंगलवार को यूपी की 29 और लोकसभा सीटों के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की चौथी लिस्ट जारी कर दी है. जारी की गयी सूची में 5 महिलाएं, 14 अगड़े, 6 अनुसूचित जाति और 9 पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार हैं. इसके साथ ही भाजपा ने गठबंधन सहित प्रदेश की 80 सीटों के लिए 62 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. अब तक मेनका गांधी, रीता बहुगुणा जोशी, रेखा वर्मा, संघमित्रा मौर्य, साध्वी निरंजन ज्योति, हेमा मालिनी, स्मृति ईरानी और जया प्रदा समेत 8 महिलाओं को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. इधर, 13 सांसद टिकट पाने में नाकाम रहे हैं.
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बीजेपी ने काटे 7 सांसदों के टिकट
भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के लिए गठबंधन के घटक अपना दल को मिर्जापुर सीट पहले ही दे दी है. चौथी लिस्ट में भाजपा ने 7 सांसदों के टिकट काट दिए हैं, जबकि 2 सांसदों ने पहले ही पार्टी छोड़ दी थी. 4 मौजूदा सांसदों को नई सीटों से लड़ाने का फैसला किया गया है. केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके पुत्र वरुण गांधी की सीटों में अदला-बदली करते हुए मेनका को वरुण की जगह अमेठी के बगल सुल्तानपुर से और वरुण को पीलीभीत से लडा़ने का फैसला किया गया है. फिल्म अभिनेत्री जया प्रदा रामपुर से आजम खान के खिलाफ उम्मीदवार बनाई गई हैं. सूची में प्रदेश सरकार के 2 मंत्रियों सहित कुल 5 मंत्री उम्मीदवार घोषित किए गए हैं.
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गुप्त की जगह जोशी, जोशी की जगह पचौरी
इस लिस्ट में केंद्रीय मंत्रियों में मेनका गांधी के अलावा साध्वी निरंजन ज्योति और मनोज सिन्हा को भी उम्मीदवार घोषित किया है. साध्वी निरंजन ज्योति को उनकी मौजूदा सीट फतेहपुर से और मनोज सिन्हा को गाजीपुर से उम्मीदवार बनाया गया है. प्रदेश सरकार के 2 मंत्री सत्येदव पचौरी और डॉ. रीता बहुगुणा जोशी सहित 2 विधायकों को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है. सत्यदेव पचौरी को डॉ. मुरली मनोहर जोशी की जगह कानपुर से और डॉ. रीता बहुगुणा जोशी को पिछले दिनों पार्टी छोड़ गए मौजूदा सांसद श्यामचरण गुप्त की जगह प्रयागराज से लड़ाने का फैसला किया गया है. सावित्री बाई फूले की जगह भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक अक्षयवर लाल गौड़ को टिकट दिया है. जबकि बाराबंकी से सांसद प्रियंका रावत का टिकट काटकर उनकी जगह बाराबंकी के ही जैदपुर से पार्टी विधायक उपेन्द्र रावत को उम्मीदवार बनाया है.
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ज्यादातर सीटों पर वही सांसद मौजूद, बीजेपी ने जताया भरोसा
भाजपा ने ज्यादा बदलाव न करते हुए ज्यादातर सीटों पर मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताया है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय को उनकी मौजूदा सीट चंदौली से फिर लड़ाने का फैसला किया गया है. डॉ. मुरली मनोहर जोशी के अलावा डॉ. नैपाल सिंह, इटावा से सांसद अशोक दोहरे, बाराबंकी से सांसद प्रियंका रावत, कुशीनगर से सांसद राजेश पाण्डेय गुड्डू और बलिया से भरत सिंह का टिकट काट दिया गया है. आगरा से 2 बार सांसद रहे केंद्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया को इटावा से प्रत्याशी बनाया गया है. इस समय यहां से अशोक दोहरे सांसद हैं. बसपा से आए अशोक दोहरे के तेवर बीच में बागी हो गए थे. भदोही से मौजूदा सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र मस्त को पार्टी ने इस बार बलिया से उम्मीदवार बनाया है. यहां से सांसद भरत सिंह ने स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने में असर्थता व्यक्त की थी.
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डिंपल के खिलाफ सुब्रत पर बीजेपी ने जताया भरोसा, उतारा विजय का एहसान
भाजपा ने कन्नौज में अखिलेश यादव की पत्नी और मौजूदा सांसद डिंपल यादव के खिलाफ एक बार फिर अपने युवा नेता सुब्रत पाठक पर दांव लगाया है. सुब्रत पाठक इस समय भाजपा के प्रदेश मंत्री हैं. पिछले चुनाव में इन्होंने डिंपल को कड़ी टक्कर दी थी. उधर, कुशीनगर से उम्मीदवार बनाए गए विजय दुबे पहले कांग्रेस से विधायक रहे. विधानसभा चुनाव से पहले विधान परिषद और राज्यसभा के चुनाव में विजय दुबे ने अपने दल से बगावत कर भाजपा का साथ दिया था और कुछ अन्य लोगों ने भी भाजपा का साथ दिया था. इनमें विजय दुबे को छोड़कर भाजपा ने अन्य किसी को विधानसभा का टिकट देकर किसी का अन्य तरीके से एहसान चुका दिया. लेकिन, विजय दुबे को ही अभी तक कुछ नहीं मिल पाया था.
कलराज मिश्र की सीट पर किसी के नाम का ऐलान नहीं
पूर्वांचल की कई सीटों की घोषणा के बावजूद गोरखपुर सीट पर अभी किसी का ऐलान नहीं किया गया है. इसी प्रकार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र की सीट पर अभी किसी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है. इसी प्रकार साल 2014 में चुनाव जीते केशव मौर्य की सीट फूलपुर पर भी उम्मीदवार का एलान अभी नहीं किया गया है. साथ ही सबसे चर्चित सीट संतकबीरनगर पर भी अभी चुप्पी साध रखी गई है. संतकबीरनगर से ही शरद त्रिपाठी सांसद हैं.
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