वाराणसी: कानून व्यवस्था में सुधार को कमिश्नर का बड़ा कदम, किरायदारों के सत्यापन के लिए चलाया जा रहा अभियान

जब से वाराणसी जिले में कमिश्नर सतीश ए गणेश ने कमान संभाली है, तब से उनकी पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था को सुधारना रहा है। इसी के अंतर्गत अब पुलिस कमिश्नर ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, अब कमिश्नरेट क्षेत्र में रहने वाले सभी किरायदारों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए अभियान भी शुरू कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि अपराध होने पर और मुसीबत के समय पुलिस तत्काल पहुंच सके।


किरायदारों से मांगी गई जानकारी

जानकारी के मुताबिक, वाराणसी पुर्वांचल का केंद्र माना जाता है। ऐसे में इस शहर में रोजी रोजगार और शिक्षा के लिए हजारों लोग शहरी क्षेत्र में आकर बसे हुए हैं, लेकिन उनका कोई भी डाटा पुलिस के पास मौजूद नहीं रहता है। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले को दो भागों में बांटा गया है। इसमें एक काशी जोन और दूसरा वरुणा जोन।


इन दोनों जोन में 18 थाने अभी कमिश्नरेट में आ रहे हैं। इन सभी थानों में किरायदारों के सत्यापन के लिए फॉर्म बनाया गया है, जो सभी थानों पर भेज दिया गया है। दो पेज के इस फ़ाइल में मकान में रह रहे किरायदारों को पूरा विवरण भरना होगा। किरायदारों का नाम, पता वो कहां से आये हैं, उनके पास किसी असलहे का लाइसेंस है कि नही, मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड या फिर कोई अन्य पहचान पत्र आदि की जानकारी मांगी गई है।


सभी थाने में दिए गए निर्देश

पुलिस कमिश्नर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि किरायदारों का सत्यापन करने के लिए अभी थानों को ओआर भेज दिया गया है। इसके जरिए बनारस में बाहर से आने वाले लोगों का पूरा डाटाबेस तैयार किया जाएगा। जिससे ये पता चलेगा कि कितने लोग बाहर से आये हैं और कौन क्या करता है। अपराध पर अंकुश के लिए ये एक बड़ा कदम है और इससे आसानी से किसी भी घटना स्थल पर पहुंचा जा सकता है।


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