भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक मंगलवार यानी आज से शुरू हो रही है। प्रत्येक 2 महीने के अंतराल पर होने वाली इस बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव पर चर्चा की जाएगी।
अप्रैल महीने में हुई पिछली बैठक में नीतिगत ब्याज दरों या रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया। हालांकि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने उस वक्त कहा था कि ये फैसला बस इस मीटिंग के लिए लिया गया है और जरूरी नहीं है कि ब्याज दरों को आगे भी इसी तरह रखा जाए। जरूरत पड़ने पर इसे फिर से बढ़ाया भी जा सकता है।
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वहीं, आर्थिक जगत के जानकारों की मानें तो केंद्रीय बैंक इस बार की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में भी रेपो रेट को अपरिवर्तित रख सकता है। आरबीआई फिलहाल महंगाई को कम करने की कोशिशों में जुटा है और उसमें सफलता भी मिली है। एमपीसी की पिछली बैठक के बाद से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि आरबीआई फिलहाल ब्याज दरों को स्थिर रखकर अगले वित्तवर्ष इसमें कमी करना शुरू कर सकता है।
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बता दें कि मई 2022 से फरवरी 2023 तक आरबीआई ने रेपो रेट में 2.50% की बढ़ोतरी की गई थी। अप्रैल में हुई मीटिंग में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था और इसे 6.50% पर स्थिर रखा गया। लागतार छह बार रेपो रेट बढ़ाने के बाद अप्रैल में इसे 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा गया। फिलहाल रिवर्स रेपो रेट 3.35%, बैंक रेट 5.15% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट 6.75% पर है।
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