उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जनपद के खरखौदा थाना क्षेत्र के अल्लीपुर जिजमाना में स्थित अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड का पूरा रिकॉर्ड पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस को जानकारी मिली है कि ये फैक्ट्री बसपा नेता व पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी (Former Minister Haji Yakub Qureshi) की पत्नी शमजिदा बेगम, बेटे इमरान कुरैशी और फिरोज उर्फ भूरा के नाम है। याकूब कुरैशी भी बेटों की फैक्ट्री में देखभाल के लिए जाते थे। अब पुलिस उनके परिवार के सभी सदस्यों पर गैंगस्टर लगाने की तैयारी कर रही है। उनका आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। इसके साथ ही इमरान और फिरोज की अवैध तरीके से कमाई संपत्ति की जांच भी की जा रही है।
दरअसल, मेरठ के हापुड़ रोड स्थित गांव अल्लीपुर जिजमाना में बसपा सरकार में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री पर प्रशासन ने गुरुवार को छापा मारकर 19 घंटे तक जांच की थी। जांच के दौरान फैक्ट्री में पुराना मीट मिलने के साथ ही बड़ी मात्रा में पैक मीट भी मिला था। एमडीए ने रात में ही फैक्ट्री को दोबारा सील कर दिया। खुले में रखे 67 कुंतल मीट से तेज दुर्गंध उठने के कारण इसे नष्ट करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
याकूब कुरैशी के दामाद शादाब पुत्र नूर इलाही की शनिवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। याकूब के परिवार पर मुकदमा दर्ज होने के बाद शादाब उत्तराखंड चले गए थे। वहीं पर अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। शादाब का शव उनके आवास सराय बहलीम कोतवाली में लाया गया। देर शाम तक भी याकूब कुरैशी व उनका परिवार घर पर नहीं पहुंचा था।
शादाब का परिवार और आसपास के लोग जनाजे में मौजूद रहे। इस दौरान हापुड़ अड्डे से लेकर सोहराब गेट तक पुलिस बल लगाया गया। बता दें कि याकूब की बेटी आसमां का निकाह नीचा सद्दीक नगर निवासी शादाब से 22 साल पहले हुआ था। शादाब का परिवार उस समय प्रापर्टी डीलिंग और कपड़े का काम करता था। निकाह के बाद शादाब भी सराय बहलीम में चला आया था। उसने आरओ वाटर का कारोबार शुरू कर लिया था, जिसमें नुकसान होने के चलते बंद करना पड़ा
मीट को नष्ट करने का नोटिस चस्पा करने के लिए याकूब के घर पर पुलिस भेजी गई। शादाब की मौत के बाद घर पर भारी भीड़ होने की वजह से पुलिस देर रात तक नोटिस चस्पा नहीं कर सकी थी। दरअसल, मीट नष्ट करने से पहले याकूब के परिवार को भी अवगत कराना पड़ेगा।