उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने लोकभवन, विधान भवन, एयरपोर्ट, न्यायालयों, मेट्रो व बडे़ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (UPSSF) का गठन किया है। यूपीएसएसएफ की पांच यूनिट प्रदेश में तैयार हो गई हैं। पहली यूनिट ने लोकभवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल भी ली है। अत्याधुनिक हथियारों से लैस यह फोर्स सीआईएसएफ की तर्ज पर गठित की गई, जिसे गिरफ्तारी करने का भी अधिकार मिला है।
योगी सरकार ने प्रदेश की दूसरी बार सत्ता संभालने के साथ ही विशेष सुरक्षा दल के गठन का आदेश जारी किया था। इसे यूपीएसएसएफ नाम दिया गया था। इस विशेष दल का गठन पुलिस के विशेष अधिकारियों द्वारा किया गया है। यूपी पुलिस, आर्म्स फोर्स व पीएसी के चिह्नित जवानों को इसमें शामिल किया गया है।
लखनऊ : लोकभवन के तीन गेटों पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस UPSSF के जवान सुरक्षा देंगे। अब सीएम ऑफिस यानी लोकभवन की सुरक्षा UPSSF यानी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स करेगी। बुधवार को यूपीएसएसएफ की एक यूनिट की तैनाती लोकभवन में कर दी गई है। pic.twitter.com/BpgCbcJieR
— HIMANSHU BHAKUNI (@himmi100) September 1, 2022
इन्हें सीतापुर में 90 दिन तक कमांडों की तरह ट्रेनिंग दी गई है। स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स को लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर और सहारनपुर में तैनात किया गया है। वहीं छठीं यूनिट अयोध्या के लिए प्रस्तावित है। एडीजी पीएसी डॉ. केएस प्रताप कुमार के निर्देशन में ही स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स काम करेगी।
पहले चरण में लोकभवन के गेट नंबर 3, 7 और 9 की सुरक्षा सौंपी गई है। हर गेट पर 4 सिपाही व एक एचसीपी को तैनात किया गया है। अगले चरण में प्रदेश के न्यायालयों व अन्य सरकारी भवनों की सुरक्षा भी एसएसएफ संभालेंगी। एक यूनिट में 75 टीमें है। प्रत्येक टीम में 24 जवान रखे गए हैं।
स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के जवानों को एके-47 का अपडेट वर्जन एमपी-5 गन दी गई है। वहीं स्कैनर व अन्य जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं ताकि वह विपरीत परिस्थितियों में वीआईपी की सुरक्षा कर सकें। इन जवानों को वीआईपी सुरक्षा के अलावा आम लोगों से किस तरह व्यवहार करना है, इसका भी प्रशिक्षण दिया गया है।