रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने आज, शुक्रवार को अपनी मॉनिटरी पॉलिसी बैठक के फैसले का ऐलान किया है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरबीआई ने लगातार 11वीं बार रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे में कर्जदारों को ईएमआई (EMI) पर कोई राहत नहीं मिलेगी। गवर्नर ने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने 4-2 बहुमत से रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया है। इसके साथ ही SDF Rate 6.25% और MSF Rate 6.75% पर बने हुए हैं। आरबीआई का रुख तटस्थ बना हुआ है।
CRR घटाकर 4% किया गया
आरबीआई ने कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में 0.5% की कटौती की है, जिससे यह 4% हो गया है। इस फैसले से बैंकों को लोन देने में आसानी होगी, और यह आरबीआई की तटस्थ नीति को दर्शाता है।
Q3 में खाद्य महंगाई जारी रहने का अनुमान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की तिसरी तिमाही में भी खाद्य महंगाई (Food Inflation) जारी रह सकती है, लेकिन वित्तीय वर्ष के आखिरी क्वार्टर में इसमें कमी आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि उच्च मुद्रास्फीति उपभोक्ताओं की खर्च योग्य आय को कम करती है, जिससे खर्च और समग्र आर्थिक गतिशीलता पर असर पड़ता है। इसके अलावा, गवर्नर ने मौसम संबंधी घटनाओं, वित्तीय अस्थिरता और जियो-पॉलिटिकल घटनाओं को महंगाई के लिए महत्वपूर्ण जोखिम के रूप में उल्लेख किया।
GDP ग्रोथ पर आरबीआई गवर्नर का बयान
दूसरी तिमाही के कमजोर जीडीपी आंकड़ों पर गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ अपेक्षा से काफी कम रही। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उच्च-आवृत्ति संकेतक बताते हैं कि घरेलू आर्थिक गतिविधि में मंदी दूसरी तिमाही के दौरान अपने निचले स्तर पर पहुंच गई है, जो आगामी समय में आर्थिक स्थिरता का संकेत हो सकता है।
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