पाकिस्तानी जासूस निकला कांग्रेस नेता सालेह मोहम्मद का पूर्व PA, पाक अफसर दानिश से गहरा संबंध, ISI से करता था बात

राजस्थान इंटेलिजेंस विभाग (Rajasthan Intelligence Department) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में जैसलमेर (Jaisalmer) में तैनात सरकारी कर्मचारी शकूर खान (Shakur Khan)
को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार, शकूर खान बीते 28 मई से जांच एजेंसियों की निगरानी में था और सोमवार देर रात उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। मंगलवार को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 10 जून तक रिमांड पर भेज दिया।

पूर्व मंत्री का पीए रह चुका है शकूर

शकूर खान का राजनीतिक संपर्क भी सामने आया है। जानकारी के अनुसार, वह वर्ष 2008 में पोकरण से विधायक रहे पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता सालेह मोहम्मद (Congress leader Saleh Mohammed) का निजी सहायक (PA) रह चुका है। उसके राजनीतिक संपर्कों की भी अब जांच की जा रही है।

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पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों से था संपर्क

इंटेलिजेंस जांच में सामने आया कि शकूर खान का संपर्क पाकिस्तान हाई कमीशन में तैनात रहे एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश और सोहेल कमर से था। वह कई बार दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास गया था और वहीं से उसने पाकिस्तान के लिए वीजा प्राप्त किया था। इसके अलावा, वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के 13 एजेंटों के साथ वॉट्सऐप पर लगातार संपर्क में था और उन्हें सेना की गतिविधियों की जानकारी साझा करता था।

सात बार कर चुका है पाकिस्तान यात्रा

सूत्रों ने बताया कि शकूर खान अब तक पाकिस्तान की सात यात्राएं कर चुका है, जिनमें से अधिकांश बिना विभागीय अनुमति के थीं। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के रहीमयार खान, सक्खर और घोटकी क्षेत्रों में उसकी रिश्तेदारी भी सामने आई है, जिससे शक और गहरा गया।

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मोबाइल से मिले संदिग्ध नंबर

जांच के दौरान शकूर के मोबाइल फोन से पाकिस्तान के कई अज्ञात नंबर मिले हैं। एजेंसियों के अनुसार, वह इन नंबरों की पहचान या उनसे बातचीत के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सका।

सेना की गोपनीय जानकारी करता था लीक

पूछताछ में पता चला कि शकूर वॉट्सऐप के माध्यम से सेना के मूवमेंट से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तानी एजेंटों को भेजता था। वह कुछ अन्य लोगों को भी आईएसआई के संपर्क में लाने और पाकिस्तान भेजने में मदद करता था।

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सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते हुआ खुलासा

हाल के दिनों में हुए आतंकवादी घटनाक्रम, जैसे पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा से जुड़े इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी थी। शकूर की पाकिस्तान यात्राओं और संदिग्ध गतिविधियों पर लगातार निगरानी की जा रही थी। इसी दौरान उसके पाकिस्तान जाने की सूचना पर उसे पूछताछ के लिए डिटेन किया गया, जिसके बाद यह खुलासा हुआ।

DIG का बयान: लंबे समय से थी निगरानी

सीआईडी (CB) के DIG विष्णुकांत गुप्ता ने बताया कि शकूर की गतिविधियां लंबे समय से संदिग्ध थीं। उसकी हरकतों पर नजर रखी जा रही थी और पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।

जासूसी के नेटवर्क का पर्दाफाश

पूछताछ में शकूर ने कई अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनकी भूमिका की जांच जारी है। माना जा रहा है कि यह एक बड़ा नेटवर्क है जो भारत में रहकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहा था। जांच एजेंसियां अब इन सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही हैं।

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