निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री संजय निषाद (Sanjay Nishad) का आज बस्ती में दर्द छलका है. मछुआ समाज को आरक्षण से वंचित रखने वाले भाजपा (BJP) के विभिषण से सतर्क हो जाने की बात कही है. कहा कि हम आरक्षण (Reservation) का लाभ दिलाने निकले हैं लेकिन सपा, कांग्रेस और बसपा छोड़कर भाजपा सरकार में आए विभिषण ने उन्हें इस लाभ से दूर रखा है. हम यही बताने के लिए निकले हैं. गरीबी एक बीमारी है और आरक्षण उसकी दवाई है. विभीषण की बात मानने पर ही लोकसभा चुनाव -2024 में भाजपा का नुकसान हुआ है. इसलिए हम चाहते हैं कि भाजपा विभीषणों को किनारे करें।
बस्ती पहुंची संवैधानिक अधिकार यात्रा
आपको बता दें कि निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल निषाद पार्टी के तत्वाधान में 30 नवंबर 2024 को सहारनपुर से निकली संवैधानिक अधिकार यात्रा आज बस्ती पहुंची. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि यह यात्रा विभिन्न जिलों से होते हुए आज बस्ती पहुंची है. इसका उद्देश्य मछुआ समाज को संविधान में प्राप्त अधिकारों के प्रति जागरूक करना है. उन्होंने कहा, ‘उन लोगों से सतर्क करना है, जो संविधान की किताब लेकर घूम रहे हैं।’
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निषाद समाज की एकता पर जोर देते हुए मंत्री ने कहा कि केवट, कश्यप मल्लाह, बिंद और रैकवार समाज के बीच खाई बनाने का प्रयास किया गया है. दलित समाज का उदाहरण देते हुए कहा कि वह एकजुट होकर अंबेडकर की विचारधारा को अपना रहे हैं। समाज को नेता नहीं बल्कि नीति और संविधान से सुरक्षा की आवश्यकता है।
उन्होंने संविधान द्वारा दलित समाज को दिए गए अधिकारों का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें उनकी शिक्षा रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी गई है। प्रयागराज में महाकुंभ के सवाल पर कहा कि प्रयागराज निषाद राज की धरती है जहां दुनिया भर से लोग आते हैं। एक होकर रहने से ही सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित किया जा सकता है।
संजय निषाद ने मंत्री आशीष पटेल का किया समर्थन
मंत्री आशीष पटेल पर लगे 50 करोड़ रुपए के आरोप के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी पर भी आरोप लगाना बहुत आसान होता है। यह जांच का विषय है जब तक जांच स्पष्ट ना हो जाए किसी को बदनाम नहीं करना चाहिए। भगवान राम और महर्षि वाल्मीकि पर भी आरोप लगे थे लेकिन आज आरोप लगाने वाले कहीं नहीं है जबकि महर्षि वाल्मीकि अमर हो गए।
Input- Vijay Mishra