Health Desk: आजकल की तेज़-रफ़्तार ज़िंदगी में, तनाव, काम का दबाव, और लगातार बढ़ती जिम्मेदारियों के चलते हम अक्सर मानसिक थकान महसूस करते हैं। काम की वजह से फोकस में कमी और याददाश्त में कमजोरियां आना आम हो जाता है। मानसिक स्वास्थ्य पर इसका गहरा असर पड़ता है, लेकिन यह चिंता की बात नहीं है। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के अनुसार, बस 5 मिनट की ब्रेन एक्सरसाइज आपके दिमाग को तेज और एक्टिव बनाए रखने में मदद कर सकती है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सरल और प्रभावी तरीके, जो किसी भी उम्र में मानसिक ताजगी बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
1. शब्दों की चेन बनाएं
क्रिएटिविटी और याददाश्त को सुधारने का अभ्यास
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के शोध के अनुसार, शब्दों की चेन बनाना दिमाग की सक्रियता को बढ़ाता है। यह एक बहुत सरल लेकिन प्रभावी तरीका है, जिससे आपकी क्रिएटिव सोच और याददाश्त दोनों में सुधार होता है। इस अभ्यास में, शब्दों को जोड़ने से मानसिक ताकत बढ़ती है और दिमाग की कार्यशीलता भी दुरुस्त होती है।
कैसे करें?
- शुरुआत में एक शब्द से शुरुआत करें, जैसे “सेब”।
- इसके बाद एक और शब्द जोड़ें, जैसे “आलू” और इन दोनों को जोड़कर दोहराएं: “सेब-आलू”।
- फिर तीसरा शब्द जोड़ें, जैसे “घोड़ा”, और इसे इस तरह से दोहराएं: “सेब-आलू-घोड़ा”।
- जैसे-जैसे आप अभ्यास करते जाएंगे, शब्दों की संख्या बढ़ाते जाएं, लेकिन ध्यान रखें कि पुराने शब्दों को भूलने न लगे।
- यह अभ्यास लगातार 5 मिनट तक करें और धीरे-धीरे इसमें सुधार देखेंगे।
लाभ:
यह अभ्यास आपकी याददाश्त को तेज करने में मदद करता है, साथ ही दिमाग की क्रिएटिव सोच को भी बढ़ावा देता है। एक ओर फायदा यह है कि इस अभ्यास से आपकी संज्ञानात्मक क्षमता में सुधार होता है, जिससे आप अपने विचारों को बेहतर तरीके से जोड़ पाते हैं।
2. चीजों की लिस्ट बनाएं और याद करें
शॉर्ट-टर्म मेमोरी को दुरुस्त रखने का अभ्यास
मायो क्लिनिक के अनुसार, चीजों को याद करने का अभ्यास शॉर्ट-टर्म मेमोरी को बढ़ाने के लिए एक बेहद प्रभावी तरीका है। जब आप अपने दिमाग को ताजगी के साथ शॉर्ट-टर्म मेमोरी का अभ्यास कराते हैं, तो इससे मानसिक सतर्कता और याददाश्त में भी सुधार होता है।
कैसे करें?
- सबसे पहले, एक लिस्ट बनाएं और उसमें 10-12 वस्तुएं शामिल करें, जैसे कि “किताब, कलम, घड़ी, कप, पेंसिल, आदि”।
- 30 सेकंड के लिए लिस्ट को ध्यान से देखें।
- अब आंखें बंद करें और जितने आइटम आपको याद आ सकें, उन्हें सूचीबद्ध करें।
- इस अभ्यास को रोज़ाना दोहराएं, और लिस्ट में वस्तुओं की संख्या बढ़ाते जाएं।
- जब आपको महसूस हो कि आप पहले के मुकाबले अधिक आइटम याद कर पा रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी शॉर्ट-टर्म मेमोरी में सुधार हो रहा है।
लाभ:
यह अभ्यास न केवल आपकी याददाश्त को तेज करता है, बल्कि दिमाग को तेजी से सूचनाओं को प्रोसेस करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, यह मानसिक सतर्कता को बढ़ाता है, जिससे आप बेहतर तरीके से निर्णय ले पाते हैं।
3. हाथों का कोआर्डिनेशन
फोकस और क्रिएटिविटी में सुधार
हमारे हाथ और दिमाग के बीच गहरा संबंध है। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, हाथों का कोआर्डिनेशन दिमाग के कई हिस्सों को सक्रिय करता है। विभिन्न अंगों के बीच तालमेल बढ़ाने वाली गतिविधियाँ मानसिक चुस्ती और क्रिएटिविटी को बढ़ाती हैं।
कैसे करें?
- पहले एक हाथ से मुट्ठी बनाएं और दूसरे हाथ से विक्ट्री (V) का निशान दिखाएं।
- अब हाथों के इशारों को स्विच करें – जो हाथ मुट्ठी बना रहा था, वह अब विक्ट्री का निशान दिखाए, और जो हाथ विक्ट्री बना रहा था, वह मुट्ठी बनाए।
- इस स्विचिंग मूवमेंट को लगातार दोहराएं।
- जैसे-जैसे आप अभ्यास में सहज होते जाएंगे, गति बढ़ाने की कोशिश करें।
लाभ:
यह अभ्यास हाथ और दिमाग के कोआर्डिनेशन को बढ़ाता है और मानसिक शुद्धता को बढ़ावा देता है। साथ ही, यह आपकी फोकस क्षमता को भी सुधारता है और क्रिएटिव सोच को बढ़ाता है।
4. ध्यान और मानसिक विश्राम
तनाव कम करें, मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनाएं
किसी भी प्रकार के मानसिक व्यायाम के साथ-साथ, मानसिक विश्राम और ध्यान की भूमिका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। रोजाना कुछ मिनट का ध्यान मानसिक थकान को कम करता है और दिमाग को राहत प्रदान करता है। इस प्रकार की मानसिक विश्राम से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि दिमाग की कार्यशीलता में भी सुधार होता है।
कैसे करें?
- एक शांत स्थान पर बैठें और अपनी आंखें बंद कर लें।
- गहरी साँस लें और अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करें।
- जब भी विचार आएं, उन्हें नकारें और फिर से अपने श्वास पर ध्यान दें।
- इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे बढ़ाकर 10-15 मिनट तक करें।
लाभ:
ध्यान से मानसिक शांति मिलती है, तनाव कम होता है और फोकस बेहतर होता है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है।इन सरल और प्रभावी ब्रेन एक्सरसाइज से आप मानसिक ताजगी बनाए रख सकते हैं। रोजाना इन अभ्यासों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके न केवल अपनी याददाश्त और क्रिएटिविटी को बढ़ा सकते हैं, बल्कि मानसिक थकान को भी कम कर सकते हैं।