लखनऊ (Lucknow) के हजरतगंज (Hazratganj) थाने में रियल एस्टेट कारोबारी (Real State Dealer) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता सउद मुशीर सहित तीन लोगों के खिलाफ ठगी की एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। पीड़िता डालीबाग निवासी रुमाना सिद्दीकी (Rumana Siddiqui), जो कि अल्पसंख्यक आयोग की पूर्व महिला सदस्य हैं, ने आरोप लगाया है कि उनसे फ्लैट दिलाने के नाम पर 27 लाख रुपये की ठगी की गई।
फ्लैट दिलाने का दिया था झांसा
रुमाना के अनुसार, वर्ष 2016 में उनकी मुलाकात सउद मुशीर (Saud Musheer) से हुई थी, जिसने खुद को सपा का प्रदेश सचिव बताया। सउद ने रुमाना को भरोसा दिलाया कि कल्याणपुर रिंग रोड के पास बने फ्लैट में से एक वह उन्हें उचित मूल्य पर दिला देगा। इस विश्वास में आकर रुमाना ने 31 लाख रुपये मूल्य का फ्लैट बुक कराया और सउद को 27 लाख रुपये भी दे दिए। लेकिन इसके बाद न तो उन्हें फ्लैट मिला और न ही पैसे वापस किए गए।
मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़ाव की धमकी
जब रुमाना ने पैसा या फ्लैट की मांग की तो सउद और उसके साथियों फहद बख्श और जावेद बख्श ने उन्हें डराना शुरू कर दिया। रुमाना का दावा है कि सउद ने खुद को मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य बताते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस घटना से डरी रुमाना ने एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल को पूरे मामले की जानकारी दी।
बिना पास नक्शे पर बना फ्लैट
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने बिना नक्शा पास कराए निर्माण किया था और कई लोगों को फ्लैट बेच दिए गए हैं। इन फ्लैट्स को लेकर पहले से विवाद चल रहा है। हजरतगंज थाने के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के मुताबिक, मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।