अब्बास अंसारी शूटिंग प्रैक्टिस के नाम पर कर रहा था कारतूस का अवैध कारोबार, बरामद हुए थे 8 विदेश हथियार व 4431 कारतूस

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Abbas Ansari) का भगोड़ा बेटा अब्बास अंसारी शूटिंग प्रैक्टिस के नाम पर अवैध कारतूस का कारोबार कर रहा था। खुद को नेशनल शूटर बताकर अब्बास अंसारी ने अवैध तरीके से 8 विदेशी हथियारों के साथ ही हजारों कारतूस खरीदे थे। यूपी एसटीएफ के अनुसार, उसके पास से बरामद कारतूस शूटिंग प्रैक्टिस में प्रयोग न होकर अपराधी गतिविधियों में प्रयोग होने वाले थे।

लाइसेंस लेते समय नाबालिग था अब्बास अंसारी

एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश शुक्ल ने बताया कि अब्बास अंसारी को अक्टूबर 2012 में शस्त्र लाइसेंस जारी किया गया था। उस समय वह नाबालिग था। अब्बास ने नेशनल शूटिंग कॉम्पिटिशन की तैयारी करने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। उसकी गार्जियनशिप मुख्तार अंसारी की थी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से जारी लाइसेंस में उसके पिता और परिजनों के आपराधिक इतिहास की अनदेखी की गई थी। उस वक्त मुख्तार अंसारी जेल में था।

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डिप्टी एसपी के मुताबिक, इसमें कस्टम से लेकर दिल्ली में उसके लाइसेंस को दोबारा जारी करने वाले विभाग भी शामिल हैं। इसको लेकर संबंधित विभागों से जानकारी मांगी गई है। कहा जा रहा है कि एसटीएफ शस्त्र लाइसेंस जारी करने में नियमों के अनदेखी करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तैयारी में है।

अब्बास ने अवैध तरीके से देश-विदेश से शस्त्र व कारतूस खरीदे

एसटीएफ के डिप्टी एसपी के अनुसार, मुख्तार अंसारी के नेटवर्क के चलते अब्बास के शस्त्र लाइसेंस के दस्तावेज लखनऊ से ही नहीं दिल्ली से भी उसके फर्जी पते पर तैयार हो गए। इसमें अब्बास ने अपने निशातंगंज के पेपर मिल कॉलोनी पते पर बनी डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस नई दिल्ली बसंतकुंज स्थित किशनगंज के पते पर ट्रांसफर करवा लिया। उसने खुद और जेल में बंद पिता के रहने की बात कही थी। इसके बाद उसने अवैध तरीके से देश और विदेश से शस्त्र के साथ कारतूस भी खरीदे, जो शूटिंग प्रैक्टिस में प्रयोग नहीं होते हैं।

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विदेश शस्त्र, 4431 कारतूस बरामद

उन्होंने बताया कि अब्बास के पास से एसटीएफ ने विदेश से खरीदे गए शस्त्र बरामद किए। इसमें इटली से मंगाई गई प्वाइंट 12 बोर की डबल बैरल और सिंगल बैरल बरेटा गन, ऑस्ट्रिया की ग्लॉक-25 पिस्टल के बैरल, लखनऊ की इंडियन आर्म्स कॉर्प से खरीदी गई प्वाइंट 30 बोर की मैगनम रायफल, दिल्ली के राजधानी ट्रेडर्स से खरीदी प्वाइंट12 बोर की डबल बैरल बरेटा गन और मेरठ के शक्ति शस्त्रागार से यूएसए की प्वाइंट 357 बोर की रगर जीपी 100 रिवाल्वर मिली थी।

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प्रमेश शुक्ला ने बताया कि इसके साथ ही 4431 कारतूस बरामद हुए थे, जो शूटिंग प्रैक्टिस में प्रयोग नहीं होते हैं। ये कारतूस होलो प्वाइंट और मेटेल जैकेट्स थे, जिन्हें अपराधी प्रयोग करते हैं। इसको लेकर भी अब्बास से पूछताछ की गई थी। इसमें उसने कोर्ट में भी लिखकर दिया था कि वह उन्हें प्रैक्टिस के लिए लाया था।

अब्बास ने कभी नहीं लिया जिला व राज्यस्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में भाग

एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया है कि अब्बास अंसारी ने कभी जिला और राज्य स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया। उसने हमेशा अपनी पहुंच का फायदा उठाकर वाइल्ड कार्ड का इस्तेमाल कर नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लिया। फिलहाल, महानगर थाना पुलिस ने सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के गाजीपुर की संपत्ति को कुर्क करने के लिए शनिवार को नोटिस चस्पा कर दिया। लखनऊ की महानगर पुलिस ने अब्बास को भगोड़ा घोषित करने की अर्जी 11 अगस्त को कोर्ट में दी थी। कोर्ट ने अर्जी खारिज करते हुए 25 अगस्त तक उसको पेश करने को कहा था।

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