मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग, एम्स गोरखपुर द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में 7 अप्रैल 2025 को जंगल टिकोनीया में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डॉ.आनंद मोहन दीक्षित, डॉ.अनिल रमेश कोपरकर, डॉ. यू. वेंकटेश तथा डॉ. मोहम्मद अबु बशर की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
इस शिविर में 150 से अधिक लाभार्थियों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गईं, जिनमें रक्तचाप की जांच, मधुमेह एवं हेपेटाइटिस की जांच, सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण तथा आवश्यक दवाओं का वितरण शामिल था। जिन मरीजों को आगे की जांच या विशेषज्ञ परामर्श की आवश्यकता थी, उन्हें एम्स गोरखपुर के लिए संदर्भित किया गया, जिससे स्वास्थ्य सेवा की निरंतरता सुनिश्चित हो सके।
विभाग के इंटर्न्स ने सक्रिय रूप से सामुदायिक सहभागिता में भाग लिया। स्वास्थ्य शिक्षा के अंतर्गत, एनिमिया (खून की कमी) और मलेरिया की रोकथाम, लक्षणों तथा समय पर उपचार के विषय में जनजागरूकता फैलाने हेतु नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए गए।
श्री रामगति निषाद, ग्राम प्रधान, जंगल टिकोनीया, कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहे और चिकित्सा दल एवं स्थानीय समुदाय के साथ संवाद किया।
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एम्स गोरखपुर की कार्यकारी निदेशक, डॉ. विभा दत्ता ने कहा, “सामुदायिक पहुंच हमारे संस्थान की आधारशिला है। यह स्वास्थ्य शिविर हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं वंचित समुदायों तक पहुंचाएं। इस प्रकार की पहल जनजागरूकता बढ़ाने, शीघ्र निदान को प्रोत्साहित करने तथा जमीनी स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।”
डॉ. आनंद मोहन दीक्षित ने स्वास्थ्य शिविरों की भूमिका को रेखांकित करते हुए बताया कि ये शिविर जोखिम कारकों की प्रारंभिक पहचान एवं अनुवर्ती देखभाल के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और ग्रामीण क्षेत्रों में समुदाय-आधारित स्वास्थ्य सेवा वितरण के उद्देश्य को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ।
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