मोदी सरकार ने दिया त्योहारों पर बड़ी सौगात, मिलेगा सबसे सस्ता सोना

मोदी सरकार इस बार त्योहारों के सीजन में जनता एक लिये बड़ा तोहफा लेकर आई है. आगर आप भी चाहते हैं कि इन त्योहारों में आप भी ‘सोने’ की खरीददारी करें तो इसके लिए इस बार आपको बार-बार अपना बजट नहीं देखना होगा. इस बार सरकार सोने की खरीद पर कई ऑफर और स्कीम लेकर आई है. प्रधानमंत्री मोदी की अनुवाई में केंद्र सरकार ने आज से गोल्ड बांड योजना की शुरुआत की है. 2018-19 के लिए सरकार की ये गोल्ड बांड योजना फरवरी तक चलाई जाएगी. ये योजना फरवरी तक पांच किस्तों में चलाई जाएगी.

 

ये बांड खरीदने के लिए आज यानी 16 अक्टूबर से लेकर 19 अक्टूबर तक ही खुला हुआ है. और इस बांड का सर्टिफिकेट 23 अक्टूबर को जारी किया जाएगा. इस नई स्कीम से फायदा ये है कि इस बांड का इशू प्राइस बाजार में सोने के मौजूदा दाम से 3 फ़ीसदी नीचे हैं. इतना ही नहीं इसकी पेमेंट अगर आप ऑनलाइन करते हैं तो इस पर भी आपको 50 रुपये की छूट मिलेगी. रिजर्व बैंक ने कहा कि तय कार्यक्रम के तहत सरकारी स्वर्ण बांड योजना अक्तूबर 2018 से फरवरी 2019 तक हर महीने जारी की जाएगी.

 

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इस गोल्ड बांड को बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन आफ इंडिया लि. (एसएचसीआईएल), मनोनीत डाकघरों तथा मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई लिमिटेड के जरिये खरीदा जा सकता है. इसे खरीदने के लिए पहले चरण की शुरुआत आज से हो चुकी है. इसके बाद अगला चरण 5 नवंबर को खुलेगा और 9 नवंबर को बंद होगा. उसके बाद यह 24 दिसंबर को आएगा और 28 दिसंबर को बंद होगा. चौथा और पांचवां चरण क्रमश: 14 से 18 जनवरी और 4 से 8 फरवरी को खुलेगा.

 

इस योजना को नवंबर 2015 में शुरू किया गया था. इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य भौतिक रूप से सोने की मांग में कमी लाना तथा सोने की खरीद में उपयोग होने घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है.

 

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कितनी है खरीदने की लिमिट इस योजना के तहत इंडिविजुअल 500 ग्राम और हिन्दू संयुक्त परिवार एक साल के दौरान अधिकतम 4 किलोग्राम सोने की कीमत के बराबर तक का बॉन्ड खरीद सकते हैं. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए परचेज प्राइस 3,146 रुपए प्रति ग्राम है. ट्रस्ट और वित्तीय वर्ष के समान इकाइयों के मामले में निवेश की ऊपरी सीमा 20 किलोग्राम है.

 

इतना ही नहीं इस बांड पर सालाना कम से कम ढाई फीसदी का रिटर्न मिलेगा. आज खरीदे गए ये बॉन्ड्स 8 साल के बाद मैच्योर होंगे. बॉन्ड खरीदने के लिए निवेशक डिमांड ड्रॉफ्ट, चेक या ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं. इसके अलावा कैश पेमेंट की भी सुविधा मिलेगी लेकिन इस स्थिति में वे अधिकतम 20,000 रुपये की कीमत के ही बॉन्ड खरीद सकते हैं.

 

ये सॉवरेन गोल्‍ड बांड सोने की कीमतों से सीधे रूप से जुड़े होते हैं. सोने की कीमतों में इजाफा होने पर इस बांड का निवेश भी ऊपर जाता है. गोल्‍ड ईटीएफ की तरह इसके लिए आपको सालाना कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है. इतना ही नहीं इस बांड के आधार पर लोन भी ले सकते हैं. ये बांड पेपर और इलेक्ट्रिक रूप में होते हैं. तो इसे भौतिक रूप से सोने को अपना पास रखने का कोई जोखिम भी नहीं है.

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