UP: जिलों की कप्तानी देने से पहले CM ने परखी IPS अफसरों की काबिलियत, जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने की दी नसीहत

 

 

 

गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशिक्षण पूरा कर चुके 2017 बैच के आईपीएस अफसरों को जिलों में बतौर पुलिस कप्तान तैनाती देने से पहले उनसे बात की। पहले डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान ने सभी अफसरों से उनकी कबिलियत पूछी, इसके बाद मुख्यमंत्री ने अफसरों से सवाल जवाब किए। मीटिंग के दौरान सीएम योगी और डीजीपी ने सभी अफसरों को सरकार की मंशा के बारे में जानकारी दी, कि आखिर सरकार कैसे काम करती है।

अफसरों से मांगे सुझाव

जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी से मीटिंग के लिए पहुंचे 2017 बैच के ये अफसर एक साल पहले ही जिलों में तैनाती के लिए तैयार हो चुके थे, लेकिन इन्हें अब जिलों में कप्तान के रूप में भेजने की तैयारी है। इस बैच में कुल 14 अधिकारी हैं। इनमें से 13 उपस्थित रहे जबकि सोमेंद्र मीना अपनी शादी से शामिल नहीं हो सके।

सीएम ने पहले एक-एक अफसरों का परिचय जाना फिर जिलों में प्रशिक्षण अवधि में तैनाती के दौरान किए गए उत्कृष्ट कामों के बारे में पूछा। पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी मांगें। हालांकि अधिकारियों से पहले ही पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन मंगा लिया गया था।

सीएम के सामने सिर्फ चार अधिकारियों प्रयागराज में तैनात एएसपी सौरभ दीक्षित, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में तैनात प्रभारी पुलिस उपायुक्त एसएम कासिम आब्दी, गाजियाबाद में तैनात दीक्षा शर्मा और आगरा में एएसपी विकास कुमार का का ही पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन हुआ।

ये अफसर रहे मौजूद

इस मीटिंग में IPS आरती सिंह, IPS प्राची सिंह, IPS सौरभ दीक्षित, IPS एस एम क़ासिम, IPS दीक्षा शर्मा, IPS निपुण अग्रवाल, IPS अर्पित विजयवर्गीय, IPS केशव कुमार, IPS अभिषेक कुमार, IPS सत्यजीत कुमार गुप्ता, IPS विकास कुमार, IPS इराज राजा, IPS कुलदीप सिंह, IPS सोमेन्द्र मीना भी मौजूद रहे।

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