बुलंदशहर हिंसा: गोकशी की वारदात में शामिल 3 आरोपी नदीम, रहीस और काला पुलिस के हत्थे चढ़े

बुलंदशहर के स्याना में हुए बवाल के मामले में पुलिस ने गोकशी के 3 आरोपियो को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने नदीम, रहीस और काला नाम के इन 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि 3 दिसंबर को स्याना में हुई गोकशी की वारदात में ये तीनों आरोपी शामिल थे और तीनों ही गोवंशों का शिकार करते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से लाइसेंसी बंदूक, जिप्सी और कट्टी के औजार बरामद किए हैं.

 

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गोवंश के अवशेष मिलने के बाद ही भड़की थी हिंसा

आपको बता दें कि स्याना कोतवाली के चिंगरावठी गांव में गोवंश के अवशेष मिलने के बाद ग्रामीण भड़क उठे थे. जिसके बाद 400-500 लोगों की भीड़ ने चिंगरावठी चौकी पर धावा बोलते हुए चौकी समेत कई वाहनों में आग लगा दी. ग्रामीणों ने गोवंश के अवशेषों के साथ रोड पर जाम लगा दिया था. इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक ग्रामीण व्यक्ति सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस पूरे मामले में पुलिस ने गोकशी, हिंसा और बवाल की दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है.

 

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मुख्य आरोपी योगेश की तलाश में लगी पुलिस

बुलंदशहर हिंसा के मामले में 27 नामजद लोगों और 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने अभी तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक मुख्य आरोपी विशाल त्यागी ने सोमवार की शाम को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज अभी भी फरार चल रहा है. हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है, साथ ही घर कुर्की के नोटिस भी चस्पा किए जा चुके हैं. लेकिन पुलिस को अभी भी योगेश का कोई सुराग नहीं मिला है.

 

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यति नरसिंहानंद सरस्वती ने शुरू किया आमरण अनशन

वहीं दूसरी तरफ अखिल भारतीय संत परिषद के संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती ने स्याना हिंसा की न्यायिक जांच की मांग करते हुए रविवार से राजेबाबू पार्क के पास आमरण अनशन शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि गोकशी का विरोध करने वाले निर्दोष लोगों को मुक़दमे में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है. जबकि सुमित के परिजनों को न्याय नहीं दिलाया जा रहा है और साथ ही एक फौजी के सम्मान को ठेस भी पहुंचाई गई है.

 

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