गजब! वसूली के चलते जिस सिपाही को किया था लाइन हाजिर, कानपुर पुलिस ने उसी को स्वतंत्रता दिवस पर कर दिया सम्मानित

 

आज स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में कानपुर जिले के पुलिस कमिश्नर ने भी जिले भर के कई पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने ऐलान किया था। जिसमे एक बहुत बड़ी गलती होने की खबर सामने आ रही है। दरअसल, वसूली के आरोप में लाइन हाजिर चल रहे हेडकांस्टेबल को आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर डीसीपी क्राइम ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर भी वहां मौजूद रहे।

ये था मामला

जानकारी के मुताबिक, कर्नलगंज निवासी चूड़ी कारोबारी लियाकत 26 जुलाई को अपने घर पर दोस्त बबलू, सीबू और सलमान के साथ ताश खेल रहे थे। इस दौरान कर्नलगंज थाने के हेड कांस्टेबल प्रदीप सिंह, सिपाही बलवेद्र पाल, श्याम सिंह और धीरेंद्र मौके पर पहुंचे और एक लाख रुपए की मांग की। लियाकत ने असमर्थता जताई तो नई सड़क बवाल मामले में जेल भेजने की धमकी दी और फिर भी 40 हजार रुपए वसूलकर छोड़ दिया था।

कारोबारी की शिकायत पर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने जांच के आदेश दिए थे प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर हेड कांस्टेबल समेत चार सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था। अभी भी इस मामले की जांच चल रही है। खबरों की मानें तो लाइन हाजिर कर रहे हेड कांस्टेबल को स्वतंत्रता दिवस के दिन सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह में कई अफसर रहे मौजूद

हेडकांस्टेबल प्रदीप सिंह को रविवार को आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड समेत आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। जब इस मामले में सवाल उठे तो ये बात सामने आई कि पुरस्कारों की घोषणा काफी पहले हो गई थी जो कि सिपाही को बाद में लाइन हाजिर किया गया है मामले की जांच कराई जाएगी। फिलहाल इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है।

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