मेरठ: मेडिकल कॉलेज में गंदगी देख भड़के मंत्री, पूछा- जब सरकार पैसा देती है तो टॉयलेट में क्यों नहीं है साबुन

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने सोमवार को सहारनपुर और मेरठ (Meerut) मेडिकल कॉलेज का दौरा किया. सोमवार दोपहर कैबिनेट मंत्री मेरठ मेडिकल कॉलेज व्यवस्थाओं की हकीकत जानने पहुंचे. यहां उन्होंने अस्पतालों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने टॉयलेट का निरीक्षण तो अव्यवस्थाओं को देखकर भड़क गए. टॉयलेट के अन्दर अंधेरा दिखा. टॉयलेट में सिर्फ एक लाइट किसी तरह बाद में जली. टॉयलेट की ट्यूबलाइट फ्यूज देखकर भड़के मंत्री ने इसे फौरन दुरुस्त करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अस्पताल के टॉयलेट में साबुन और हाथ पोंछने की भी व्यवस्था की जाए.


खामियों पर अफसरों को लगाई फटकार

सुरेश खन्ना ने कहा कि अस्पताल के टॉयलेट में साबुन और हाथ पोंछने की भी व्यवस्था की जाए. मंत्री के साथ राज्यमंत्री सुनील भराला भी मौजूद थे. वो तो अस्पताल प्रशासन से यहां तक पूछ बैठे कि जब सरकार पैसा देती है तो टॉयलेट में साबुन क्यों नहीं है. उन्होंने टॉयलेट में फिनायल की गोली न होने पर भी नाराजगी जताई. इस दौरान उन्होंने तीमारदारों की मंत्री सुरेश खन्ना ने समस्याएं सुनी. इन लोगों का आरोप है कि दवाई बाहर से लेनी पड़ रही है. साथ ही कहा कि पीपीई किट खुद बाहर से ही लानी पड़ रही है. उन्होंने मेडिकल कॉलेज की हालत देखकर कड़ी नाराजगी जताई तथा कार्रवाई का भरोसा दिया.


कोरोना के साथ जीना है इसीलिए सावधानी जरूरी

मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि निर्देश दिए गये हैं कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए 100 बेड का वॉर्ड तैयार रहें. गंभीर मरीजों को तुरंत इलाज मिले. मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार का मकसद कोरोना को रोकना है. इसमें हम काफी हद तक सफल भी हुए हैं. उन्होंने कहा कि आगे भी हमें कोरोना के साथ ही जीना है. इसलिए मास्क, शारीरिक दूरी व हैंड सैनिटाइजर व सरकारी निर्देशों का पालन करना है.


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