मंकीपॉक्स वायरस को लेकर अब लखनऊ में जारी हुआ अलर्ट, जानें इसके बचाव और लक्षण

कोरोना वायरस के बाद अब मंकी पॉक्स वायरस ने आतंक मचा रखा है। जिसको लेकर अब लखनऊ में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। मंकी पॉक्स के लक्षण मिलने वाले मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सीएमओ डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि अभी कोरोना के बाद मंकी पॉक्स वायरस ने जन्म लिया है। हालांकि, अभी कोई भी मरीज सामने नहीं आया है लेकिन अस्पतालों को सजगता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि आगे आने वाले समय में किसी तरह की परेशानी सामने न आए।

कैसे फैलता है मंकी पॉक्स

जानकारी के मुताबिक, मंकी पॉक्स नामक वायरस से व्यक्ति को पहले बुखार आता है उसके बाद शरीर में चक्कते पड़ने लगते हैं लिम्फनोड़ जैसे लक्षण मिलते हैं। जो दो से चार सप्ताह तक रहता है। यह वायरस आंख, नाक, मुंह के जरिए शरीर में दाखिल होता है। इसके अलावा संक्रमित जानवरों के काटने पर भी यह संक्रमण हो सकता है। अगर किसी भी मरीज में इस तरह का कोई लक्षण पाया जाता है तो उसके नमूने को पूणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट वायरोलाजी लैब में भेजा जाएगा।

मंकी पॉक्स स्माल पॉक्स की तरह ही एक वायरल इन्फेक्शन है, जो चूहों और खासकर बंदरों से इंसानों में फैल सकता है। अगर कोई जानवर इस वायरस से संक्रमित है और इंसान उसके संपर्क में आता है तो संभावना है कि उसे भी मंकी पॉक्स हो जए। यह देखने में चेचक का बड़ा रूप लगता है, इसमें लगभग लक्षण भी वहीं हैं।

इसका रखें खास ध्यान

मंकीपॉक्स के संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है कि जानवरों के संपर्क में आने से बचा जाए, क्योंकि संक्रमित जानवर ने किसी व्यक्ति को काट लिया या नाखून से खरोंच दिया तो वह व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आ जाएगा। डॉ. विकास का कहना है कि इस समय जानवरों को छूने खासतौर से बंदर से दूरी बनाए। वहीं अगर किसी व्यक्ति को तेज बुखार, पीठ और गर्दन में दर्द हो और शरीर पर दाने आ रहे हो तो बिना समय गवाएं डॉक्टर की सलाह लें।

ये है इसके मुख्य लक्षण

पूरे शरीर पर गहरे लाल रंग के दाने
निमोनिया
तेज सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द
ठंड लगना
अत्यधिक थकान
तेज बुखार आना
शरीर में सूजन
एनर्जी में कमी होना
स्किन में लाल चकत्ते
समय के साथ लाल चकत्ते घाव का रुप ले लेना

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