ठंड (TEA) का सिलसिला जोरों पर और लोग ठंड से बचाव के लिए चाय का सेवन भी अधिक मात्र में करते हैं । लेकिन क्या आप जानते हैं की, चाय अगर आपको ठंड से राहत दे रही हैं तो आपके सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं । बता दें कि चाय का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से नुकसानदायक हो सकता हैं। इसमें मौजूद कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ हैं, जो यदि अधिक मात्रा में लिया जाए तो नींद की समस्या, घबराहट, चिड़चिड़ापन और दिल की धड़कन तेज होने जैसी स्थितियां पैदा कर सकता है। खासकर रात में चाय पीने से शरीर की जैविक घड़ी प्रभावित होती हैं, जिससे नींद की गुणवत्ता कम हो जाती हैं।
पाचन तंत्र
चाय के अधिक सेवन से पाचन तंत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। साथ ही चाय पाचन तंत्र पर कई तरह से असर डाल सकती हैं। चाय में मौजूद कैफीन और टैनिन जैसे तत्व पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। कैफीन पाचन तंत्र को उत्तेजित कर सकता हैं, जिससे एसिड का उत्पादन बढ़ सकता हैं। इससे कुछ लोगों को पेट में जलन या एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। टैनिन, जो चाय में पाया जाता हैं, भोजन के साथ सेवन करने पर आयरन जैसे खनिजों के अवशोषण को कम कर सकता हैं। यह उन लोगों के लिए चिंता का विषय हैं जिन्हें आयरन की कमी हो।
डिहाइड्रेशन
चाय का अधिक सेवन डिहाइड्रेशन का बड़ा कारण बन सकता हैं क्योंकि चाय में कैफीन की मात्रा पाई जाती हैं। जो एक मूत्रवर्धक (diuretic) हैं। इसका मतलब हैं कि कैफीन शरीर से पानी निकालने में मदद करता हैं, जिससे पेशाब की मात्रा बढ़ जाती हैं और शरीर में पानी की कमी हो सकती हैं। हालांकि, अगर चाय का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए तो यह सामान्य हाइड्रेशन के लिए कोई खास समस्या नहीं बनती। लेकिन यदि चाय का अत्यधिक सेवन किया जाए, तो यह डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता हैं क्योंकि अधिक मूत्रवर्धक प्रभाव से शरीर में पानी की कमी हो सकती हैं।
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मानसिक स्वास्थ्य
चाय मानसिक स्वास्थ्य पर कई तरीके से असर डाल सकती हैं। इसमें कैफीन, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करते हैं। कैफीन ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता हैं, जिससे मानसिक स्पष्टता और सतर्कता में सुधार हो सकता हैं। यह तुरंत मानसिक थकान को दूर करता हैं और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता हैं।हालांकि, अगर चाय का सेवन ज्यादा किया जाए तो यह चिंता, घबराहट और नींद की समस्याएं पैदा कर सकता हैं, क्योंकि ज्यादा कैफीन से हृदय की धड़कन बढ़ सकती हैं और शरीर में तनाव भी बढ़ सकता हैं। चाय में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व मानसिक तनाव को कम करने और तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद कर सकते हैं।
कैल्शियम की कमी
चाय का लंबे समय तक और अधिक मात्रा में सेवन हड्डियों की मजबूती को भी प्रभावित कर सकता हैं। कैफीन शरीर से कैल्शियम के अवशोषण को कम कर देता हैं, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता हैं। इसलिए चाय का सेवन सीमित तौर पर करना चहिए, दिन में 1 -2 कप से अधिक चाय न पीना एक स्वस्थ आदत मानी जाती हैं। इसके स्थान पर हर्बल टी, ग्रीन टी, या नींबू पानी जैसे स्वस्थ और पौष्टिक विकल्पों को अपनाना बेहतर रहेगा। यह न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करेगा, बल्कि दीर्घकालिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखेगा।
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