महाकुंभ के छठे और अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का जनसागर उमड़ पड़ा। आस्था की लहरों में डूबे लाखों श्रद्धालु आधी रात से ही स्नान के लिए संगम तट पर जुटने लगे। संगम जाने वाले सभी मार्ग श्रद्धालुओं की भीड़ से पटे हुए हैं।मेला प्रशासन के अनुसार, मंगलवार रात 8 बजे तक 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पुण्य स्नान कर चुके थे, जबकि बुधवार सुबह 6 बजे तक यह संख्या 40 लाख और बढ़ गई। अब तक महाकुंभ में कुल 65 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
विशेष तैयारियां और पुष्पवर्षा
महाशिवरात्रि और महाकुंभ के अंतिम स्नान के लिए प्रशासन ने लगभग दो करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की विशेष तैयारियां की थीं। श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर माहौल को भक्तिमय बना दिया गया। हर तरफ “जय गंगा मैया”, “हर-हर महादेव” और “जय श्रीराम” के गगनभेदी जयघोष गूंज रहे हैं।
देश-विदेश से श्रद्धालुओं की अपार भीड़
इस महाकुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी यानी देश के 50% लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। सनातन धर्मावलंबियों की बात करें तो भारत के 60% से अधिक और दुनिया के करीब 55% श्रद्धालु महाकुंभ में आ चुके हैं।इस ऐतिहासिक आयोजन में 73 देशों के राजनयिकों, भूटान नरेश नामग्याल वांगचुक, नेपाल के 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं, और अमेरिका, फ्रांस, इटली, इजरायल, मॉरीशस, ईरान, पुर्तगाल सहित दुनिया के कोने-कोने से भक्तों ने पुण्य स्नान किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रियता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व पर भी पूरी तरह सक्रिय नजर आए। हर अमृत स्नान की तरह सुबह 4 बजे ही कंट्रोल रूम पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर आस्था, भक्ति और श्रद्धा का महासंगम एक बार फिर देखने को मिला, जहां संगम तट पर करोड़ों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाकर धन्य हो रहे हैं।
Input – Sanjay Chauhan
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