मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। 01 अप्रैल, 2025 को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के वार्षिक कला, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक महोत्सव ‘अभ्युदय 2025’ के टीज़र का अनावरण विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस गरिमामयी अवसर पर माननीय कुलपति प्रो. जे. पी. सैनी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती एवं महामना मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।
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इसके पश्चात विश्वविद्यालय कुलगीत का सामूहिक गायन किया गया। छात्र क्रियाकलाप परिषद के अध्यक्ष प्रो. बी. के. पाण्डेय ने माननीय कुलपति महोदय को पुष्पगुच्छ एवं स्मृतिचिह्न भेंट कर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके पश्चात कला एवं साहित्यिक उप परिषद के संकाय प्रभारी डॉ. अभिजित मिश्र ने विशिष्ट अतिथि, आई.आई.टी.एम., ग्वालियर के प्रो. के. बी. आर्य को पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया। उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कुलसचिव महोदय श्री चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी का स्वागत छात्र क्रियाकलाप परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. हरीश चंद्रा द्वारा पुष्पगुच्छ एवं स्मृतिचिह्न भेंट कर किया गया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सांस्कृतिक उप परिषद के सचिव श्री आर्यन सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों, विश्वविद्यालय प्रशासन एवं प्रायोजकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस आयोजन में विश्वास प्रकट करते हुए अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की। इसके उपरांत सभा के समक्ष अभ्युदय 2024 के स्मृति चलचित्र का प्रदर्शन किया गया, जिसने पिछले संस्करण की उपलब्धियों और उल्लासपूर्ण क्षणों को जीवंत किया।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में अभ्युदय 2025 के टीज़र एवं विषयवस्तु ऐन एनिग्मेटिक एसेंबल का अनावरण किया गया। इस थीम के माध्यम से सृजनात्मकता, विद्वत्ता एवं कलात्मक अभिव्यक्ति के संगम को दर्शाते हुए महोत्सव के आठवें संस्करण की भव्यता की एक झलक प्रस्तुत की गई। ऐन एनिग्मेटिक एसेंबल की संकल्पना अभ्युदय की विविधता को आधुनिकता और परंपराओं के सामंजस्य के साथ दर्शाती है।
इसके पश्चात अभ्युदय 2025 की तिथियों की औपचारिक घोषणा की गई। इस अवसर पर छात्र क्रियाकलाप परिषद के अध्यक्ष प्रो. बी. के. पाण्डेय ने अपने वक्तव्य में छात्र जीवन में संस्कृति एवं कला के महत्व को रेखांकित करते हुए अभ्युदय 2025 के सफल आयोजन हेतु अपनी शुभकामनाएँ व्यक्त कीं। कुलसचिव श्री चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी ने भी अभ्युदय की सफलता के लिए अपनी शुभेच्छाएँ प्रकट करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
यह आयोजन विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने अभ्युदय की भव्यता एवं आकर्षण की एक झलक प्रदान की।
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