उत्तर प्रदेश की लखनऊ एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मिर्जापुर के लालगंज स्थित अतरैला टोल प्लाजा पर एक बड़ा घोटाला पकड़ा है। इस घोटाले में 120 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। एसटीएफ ने इस मामले में तीन टोल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है, और यह भी खुलासा किया है कि इस सॉफ्टवेयर के जरिए घोटाला देशभर के 42 टोल प्लाजा पर चल रहा था।
घोटाले में शामिल सॉफ्टवेयर का रहस्य
जांच में पता चला कि जिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल टोल कर्मचारियों द्वारा घोटाले के लिए किया गया, वह यूपी के विभिन्न शहरों के अलावा, असम, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के टोल प्लाजा पर भी इस्तेमाल हो रहा था। एसटीएफ ने इस सॉफ्टवेयर के डेवलपर आलोक सिंह को गिरफ्तार किया है, जो पिछले दो सालों से इस घोटाले को अंजाम दे रहा था।
टोल प्लाजा पर की गई छापेमारी
एसटीएफ ने लालगंज पुलिस के सहयोग से अतरैला टोल प्लाजा पर छापा मारा। छापेमारी से पहले एसटीएफ ने बिना फास्टैग वाले एक वाहन को भेजा और सॉफ्टवेयर के जरिए टैक्स चोरी का मामला उजागर किया। इस कार्रवाई में टोल प्लाजा से मनीष मिश्रा, राजीव कुमार उर्फ राजू और आलोक कुमार को गिरफ्तार किया गया।
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घोटाले का तरीका
एसटीएफ ने बताया कि कुछ टोल कर्मचारियों ने सॉफ्टवेयर को हैक कर इस घोटाले को अंजाम दिया। वे 100 रुपये शुल्क वसूलते थे, लेकिन केवल 90 रुपये ही बैंक खाते में जाते थे, जबकि 10 रुपये सीधे टोल कर्मचारियों के खाते में चले जाते थे। इसके अलावा, जो गाड़ियां बिना टोल के निकलती थीं, उनके लिए फर्जी रसीदें बनाकर दी जाती थीं।
सॉफ्टवेयर की तकनीक और इस्तेमाल
आलोक सिंह ने सॉफ्टवेयर को मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव और अन्य डिवाइस के जरिए इंस्टॉल किया और यह सॉफ्टवेयर देश के 42 टोल प्लाजा पर सक्रिय था। इसके माध्यम से फास्टैग और अन्य टैक्स वसूली में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की जाती थी। एसटीएफ अब इस सॉफ्टवेयर से जुड़े अन्य टोल प्रबंधन और अधिकारियों की जांच कर रही है, और आशंका जताई जा रही है कि इस मामले में कई अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाले प्रमुख टोल प्लाजा
इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कई राज्यों के प्रमुख टोल प्लाजा पर हो रहा था, जिनमें ये टोल प्लाजा शामिल हैं।
- हर्रो टोल प्लाजा, प्रयागराज
- अम्दी टोल प्लाजा, लोहरा
- बागपत, बरेली, गोरखपुर, सौनौली, शामली (यूपी)
- अतरैली शिव गुलाम टोल प्लाजा, मिर्जापुर (यूपी)
- मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, झारखंड, पंजाब
- गुजरात, असम, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश
- जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, उड़ीसा
- कड़ी निगरानी के आदेश
NHAI ने दिया सख्त आदेश
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस खुलासे के बाद देशभर के सभी टोल प्लाजा पर सख्त निगरानी रखने के आदेश जारी कर दिए हैं, ताकि इस तरह के घोटालों पर रोक लगाई जा सके।
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