लखनऊ: PFI का तीसरा सदस्य मो. अब्दुल माजिद गिरफ्तार, प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद के लेन-देन का करता था काम

राजधानी लखनऊ (Lucknow) में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के नेटवर्क को तोड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसी छापेमारी कर रही है। इसी क्रम में रविवार की रात एसटीएफ ने पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद के खास साथी मोहम्मद अब्दुल माजिद को गिरफ्तार (Mohd Abdul Majid Arrested) कर लिया है। मदेयगंज से गिरफ्तार मोहम्मद अहमद बेग के तीन अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।

एसटीएफ के अनुसार, पीएफआई से जुड़े काकोरी निवासी अब्दुल माजिद को गोमतीनगर के विभूतिखंड से गिरफ्तार किया गया है। वह गुरुवार की रात एनआईए की छापेमारी की भनक लगते ही वह घर से फरार हो गया था, जिसकी वजह से एसटीएफ लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। उसके पास से तीन मोबाइल फोन और पीएफआई से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। उसके डेढ़ साल पहले एटीएस ने भी पकड़ा था, वर्तमान में वह जमानत पर है।

Also Read: शामली से गिरफ्तार शादाब ने पूछताछ में खोले राज, जूडो-कराटे की आड़ में हथियारों की ट्रेनिंग दे रहा PFI, CAA हिंसा में जेल गया था शहजाद

वहीं, मदयेगंज के मक्कागंज से गिरफ्तार पीएफआई के सदस्य मोहम्मद अहमद बेग के 3 साथियों की एसटीएफ तलाश कर रही है। जांच में सामने आया है कि उसने इनका पासपोर्ट बनवाया था। उनकी कॉल डिटेल के आधार पर उससे जुड़े 24 लोगों का ब्योरा जुटा रही है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी का सदस्य अहमद बेग विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। पीएफआई के लिए प्रदेश में फंड जुटा रहा था।

सुरक्षा एजेंसी की जांच में सामने आया है कि पीएफआई से जुड़े सदस्य दिल्ली तक ट्रेनिंग देने जाते थे। अहमद बेग से जुड़े करीब दर्जन भर युवक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फंड एकत्र करने के साथ ही संस्था का प्रचार प्रसार करने में जुटे थे। उसके पास से मिले इलेक्ट्रानिक डेटा से इसका खुलासा हुआ है। वह कई युवाओं का ब्रेन वॉश कर संगठन से जोड़ चुका है। जिन्हें दिल्ली, केरल समेत कई राज्यों में होने वाले ट्रेनिंग कैंप में भेज चुका है।

Also Read: Video: PFI के प्रदर्शन में लगे ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे, NIA की रेड के विरोध में हो रहा था प्रदर्शन

एसटीएफ अहमद बेग को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। जिससे उससे जुड़े लखनऊ और प्रदेश के लोगों के विषय में सटीक जानकारी मिल सके। सुरक्षा एजेंसी यूपी में पीएफआई और आतंकी संगठनों से जुड़े युवाओं की तलाश शुरू कर दी है। इसको लेकर पिछले दिनों गिरफ्तार कट्टरपंथी लोगों का डेटा एनालिसिस किया जा रहा है।

सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक सीएए और एनआरसी को लेकर हिंसक प्ररदर्शन करने वाले 108 लोगों से जुड़े करीब पांच सौ लोगों की लिस्ट तैयार की है। जिनके इस संगठन से जुड़े होने की आशंका है। यह सभी उनके रडार पर हैं और उनकी एक-एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए शहर से लेकर गांव तक खुफिया को सक्रिय कर दिया गया है।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )