पीएम मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया देश का पहला राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, जानिए इसकी खासियत

पीएम नरेंद्र ने सोमवार को इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) का उद्घाटन किया और भारतीय सेना की तारीफ की. पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आप सभी भूतपूर्व नहीं, अभूतपूर्व हैं क्योंकि आप जैसे लाखों सैनिकों के शौर्य और समर्पण के कारण ही आज हमारी सेना की गिनती दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में होती है.’



पीएम मोदी ने कहा कि आज लाखों सैनिकों के शौर्य और समर्पण के कारण हमारी सेना सबसे बड़ी सेना में से एक है. आपने अपने शौर्य से जो परंपरा बनाई है उसकी कोई तुलना नहीं है. देश पर जब भी संकट आया है तब हमारे सैनिकों ने हमेशा पहला वार अपने ऊपर लिया है…चुनौती को सबसे पहले कबूल किया है और उसका सबसे असरदार जवाब भी दिया है.


इस अवसर पर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री सहित कई वरिष्ठ अधिकारी इंडिया गेट पर मौजूद रहे. उद्घाटन से पहले सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित इसका उद्घाटन किया और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. आसमान से हेलीकॉप्टरों के जरिए भी वीर सैनिकों को अर्पित की गई.



नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, हमारे जवानों के लिए एक उचित श्रद्धांजलि है, जिन्होंने आजादी के बाद देश की रक्षा के लिए अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया. राष्ट्रीय युद्ध स्मारक उन सैनिकों का भी स्मरण करता है जिन्होंने शांतिवाहिनी मिशनों और अराजकता विरोधी अभियानों में सर्वोच्च बलिदान दिया था. यह मेमोरियल 20 एकड़ एरिया में फैला है. प्रधानमंत्री ने 2014 में, एक अत्याधुनिक विश्व स्तरीय स्मारक के रूप में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का अपना विज़न प्रस्तुत किया था.



राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के विन्यास में चार संकेंद्री वृत्त शामिल हैं, जिनके नाम हैं ‘अमर चक्र’, ‘वीरता चक्र’, ‘त्याग चक्र’ और ‘रक्षक चक्र’. राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर में एक केंद्रीय चतुष्कोण स्तंभ, एक शाश्वत लौ, और भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा लड़ी गई प्रसिद्ध लड़ाइयों को दर्शाती छह कांस्य भित्ति चित्र शामिल हैं.



वार मेमोरियल का उद्घाटन करने से पहले पीएम मोदी ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर तक, सारी जांच का एक ही परिवार तक पहुंचना, बहुत कुछ कह जाता है. अब यही लोग पूरी ताकत लगा रहे हैं कि भारत में राफेल विमान न आ पाए. अगले कुछ महीनों में जब देश का पहला राफेल, भारत के आसमान में उड़ान भरेगा, तो खुद ही इनकी सारी साजिशों को ध्वस्त कर देगा.


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