राहुल गांधी ने मांगा जेटली से जवाब, पूछा- माल्या को खुद भगाया या मोदी से मिला ऑर्डर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भगोड़े विजय माल्या के खुलासे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर करारा हमला बोला है। राहुल ने अरुण जेटली पर आरोप लगया है कि उन्हें पता था कि विजय माल्या देश छोड़कर भागने वाला है। वित्त मंत्री पर राहुल ने माल्या जैसे अपराधी से साठगांठ का आरोप भी लगाया है। विजय माल्या की बात का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि उसने देश छोड़ने से पहले अरुण जेटली से संसद में मुलाकात की।

 

वित्त मंत्री ने नहीं दी किसी को जानकारी

राहुल ने कहा कि वित्त मंत्री एक भगोड़े से बात करते हैं और भगोड़ा विजय माल्या उन्हें बताता है कि वह देश छोड़ रहा है लेकिन वित्त मंत्री ने ना ही पुलिस को बताया और न ही सीबीआई को। यही नहीं, लुकआउट नोटिस में भी माल्या को ढील दी गई थी। राहुल गांधी ने आगे कहा कि जेटली को सच बोलना चाहिए और बताना चाहिए कि इसके लिए वो जिम्मेदार हैं, या फिर उन्हें ऊपर से ऑर्डर आ रहे हैं।

 

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राहुल का आरोप है कि लुकआउट नोटिस को सिर्फ वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ही बदलवा सकते हैं। वित्त मंत्री ने विजय माल्या को भागने दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में पीएम सब कुछ तय करते हैं। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री जी हिंदुस्तान को बताएं कि क्या उन्होंने भगोड़ को हिंदुस्तान से भगाने दिया या इसके लिए उनको प्रधानमंत्री जी से आदेश आया था।

 

पीएल पुनिया ने भी वित्त मंत्री को घेरा

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में गुरुवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने दावा किया कि उन्होंने संसद के सेंट्रल हॉल में माल्या और जेटली को मिलते हुए देखा था।

उन्होंने कहा कि यह कोई छोटी मुलाकात नहीं थी बल्कि 15-20 मिनट की बैठक हुई। पुनिया ने कहा, ‘ढाई साल तक चुप्पी साधे रहे, ढाई साल तक रहस्य बनाये रहे। संसद में बहस भी हुई लेकिन जेटली जी ने कहीं भी इसका जिक्र नहीं किया।

 

जेटली ने रखा था अपना पक्ष

इस मामले में आलोचना झेल रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पर सफाई देते हुए लिखा कि माल्या का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है। उन्होंने लिखा, ‘मैंने 2014 से अब तक उन्हें मिलने का टाइम नहीं दिया। वह राज्यसभा सदस्य थे और कभी-कभी सदन में आया करते थे। मैं सदन से निकलकर अपने कमरे में जा रहा था, इस दौरान वह साथ हो लिए। उन्होंने समझौते की पेशकश की थी, जिसपर मैंने उन्हें रोकते हुए कहा कि मेरे साथ बात करने का कोई फायदा नहीं, यह प्रस्ताव बैंकों से साथ करें।’

 

भगोड़े माल्या ने दिया था बयान

बता दें कि विजय माल्या ने बुधवार को कहा था कि उसने भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने कहा कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंको के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी।

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