सोनभद्र नरसंहार: सत्ता के दम पर कांग्रेस नेता ने हथियाई थी ग़रीब आदिवासियों की जमीन, अवैध कब्ज़ा ही बना बेगुनाहों के नरसंहार की वजह

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र (Sonbhadra) जिले में घोरावल कोतवाली के मूर्तियां ग्राम पंचायत के उम्भा गाँव में पिछले 17 जुलाई को जमीनी विवाद में हुए 10 लोगों की नृशंस हत्या मामले दिन प्रति दिन खुलासे सामने आ रहे हैं. दशकों पुराने जमीन विवाद में अब कांग्रेस कनेक्शन सामने आया है. इसे लेकर नरसंहार के पीछे बीजेपी का हाथ बताने वाली कांग्रेस बैक फुट पर आ सकती है.


मीडीया रिपोर्ट के मुताबिक जिस आदर्श सोसायटी की जमीन को लेकर विवाद था, उस सोसाइटी का गठन 1955 में कांग्रेस के बिहार से राज्यसभा सांसद महेश्वर प्रसाद नारायण ने किया था. महेश्वर प्रसाद नारायण उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल चंद्रेश्वर प्रसाद के भतीजे थे. 1955 में कांग्रेस सरकार के समय ही यह जमीन गलत तरीके से इस ट्रस्ट के नाम कर दी गई थी. बाद में उस जमीन को महेश्वर नारायण प्रसाद के आईएएस दामाद प्रभात मिश्रा की पत्नी और बेटी के नाम कर दी गई. फिर दोनों ने इस जमीन को प्रधान यज्ञदत्त को बेच दी, जिस पर कब्जे को लेकर 17 जुलाई को खूनी संघर्ष हुआ और 10 लोगों की जान चली गई.


जानकारी के मुताबिक़ महेश्वर प्रसाद नारायण, जो 1952 से लेकर 1956 तक कांग्रेस के राज्यसभा के सांसद थे, उन्होंने सरकार के प्रभाव से सैकड़ों बीघा जमीन अपने ट्रस्ट आदर्श सोसायटी के नाम से करवा ली. इसके बाद यह जमीन व्यक्तिगत नामों से उनके संबंधियों के नाम कर दी गई. सत्ता में पैठ के चलते प्रभावशाली लोगों के चलते ही यह जमीन कभी भी दशकों से इस पर जोताई कर रहे आदिवासी परिवारों के नाम नहीं हो सकी.


इतना ही नहीं इस मामले में जिला प्रशासन ने सोनभद्र नरसंहार के अरोपितों और भूमि विवाद से जुड़ी सोसाइटी के राजनीतिक कनेक्शन का खुलासा किया है, जिसके मुताबिक़ मुख्य आरोपित ग्राम प्रधान यज्ञदत्त सोनभद्र में सपा के पूर्व विधायक रमेश चंद्र दुबे का करीबी रहा है. दबंग प्रवित्ति के प्रधान ने पिछले चुनाव में सपा का प्रचार किया था. ग्राम प्रधान के भाई को 2017 से पूर्व सड़क निर्माण का ठेका भी मिला था.


बता दें कि रविवार को सोनभद्र पहुंचे सीएम योगी ने इस हिंसा को लेकर कांग्रेस सपा और बसपा पर निशाना साधा था. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम योगी ने कहा कि सोनभद्र नरसंहार मामले में आरोपियों का समाजवादी पार्टी से कनेक्शन हैं, मुख्य आरोपी सपा और कार्यकर्ता और उसका भाई बसपा का कार्यकर्ता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पाप उसको भोगना पड़ेगा. उन्होंने कहा सभी आरोपियों पर रासुका के तहत कार्यवाई की जाएगी. सीएम योगी ने जानकारी दी कि मृतकों का मुआवजा 5 लाख से बढ़ाकर 18.50 लाख किया गया है. वहीं घायलों को अब 50 हजार से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे.


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