Health Tip: बढ़ते मोटापे से हैं परेशान?, तो वजन कम करने के लिए खाएं ये 4 तरह की ब्रेड्स

आज कल के समय में लोगों की लाइफ स्टाइल काफी बिगड़ी हुई है। ऐसे में बिगड़े हुए खान पान की वजह से लोगों की हेल्थ पर सबसे ज्यादा असर होता है. खासकर कि सुबह के टाइम ऑफिस और स्कूल जाने की आपाधापी में लोग नाश्ते पर अक्सर ब्रेड खाकर जाते हैं, जिस वजह से उनका वजह बढ़ता जा ता है. बढ़ते वजन की वजह से काफी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यही वजह है कि आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह के ब्रेड खाने से आपके वजन में कोई फरक नहीं पड़ेगा. ये ब्रेड काफी हेल्दी होते हैं और इससे आपके शरीर को काफी पोषक तत्व मिलेंगे.

होल व्हीट ब्रेड करे वेट लॉस में मदद

इसे होल व्हीट ब्रेड या फिर ब्राउन ब्रेड भी कहा जाता है. इस ब्रेड को गेहूं से तैयार किया जाता है, जो मैदे वाली सफेद ब्रेड की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक होता है. मैदे वाले ब्रेड में पोषक तत्व की मात्रा होल व्हीट ब्रेड की तुलना में काफी कम होती है. साथ ही यह वजन कम करने की बजाय बढ़ाता है. होल व्हीट ब्रेड दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है. टाइप-2 डायबिटीज के होने के जोखिम को कम करता है. चूंकि, इस ब्रेड में चोकर, जर्म सभी मौजूद होते हैं, इसलिए ये सफेद या मैदे से बने ब्रेड से काफी हेल्दी होता है. होल व्हीट ब्रेड में फाइबर भी अधिक होता है, जो पेट को देर तक भरे होने का अहसास कराता है, इस तरह से आप जल्दी-जल्दी खाने से बच जाते हैं. इसमें विटामिन और मिनरल्स भी अधिक होते हैं.

होल ग्रेन ब्रेड से घटाएं वजन

होल ग्रेन ब्रेड पूरी तरह से साबुत अनाज से बनी होती है, जिससे यह और भी अधिक पौष्टिक तत्वों से भरपूर हो जाता है. इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. ग्लाइसेमिक इंडेक्स से पता चलता है कि भोजन करने के बाद ब्लड शुगर कितनी तेजी से बढ़ता है. साबुत अनाज की ब्रेड में राई, जौ, जई, क्विनोआ, अमरंथ, बाजरा आदि शामिल होते हैं. इन अनाजों से बनी ब्रेड ना सिर्फ स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक होते हैं, बल्कि विटामिन, फाइबर, प्रोटीन, मिनरल्स आदि से भरपूर होते हैं. यदि आप सफेद ब्रेड खाते हैं, तो इसे खाना छोड़ दें और होल ग्रेन ब्रेड का सेवन करें, क्योंकि ये वजन घटाने के लिए बेहतर विकल्प है. इस तरह के ब्रेड में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो आंतों को भी स्वस्थ रखती है. कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के होने के रिस्क को भी कम करती है. इसे खरीदते समय पैकेट पर सामग्री के बारे में अच्छी तरह से पढ़ लें कि इसमें साबुत अनाज का 100 प्रतिशत इस्तेमाल हुआ है या नहीं.

खमीरी ब्रेड खाएं वजन करें कम

इस ब्रेड को पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है. इसे पानी और आटे को धीरे-धीरे फर्मेंट करके बनाई जाती है. फर्मेंटेशन प्रक्रिया आटे में मौजूद कुछ स्टार्च को तोड़ देती है, जिससे ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जाता है. साथ ही नेचुरल प्रोबायोटिक्स भी इसमें बढ़ जाता है. इस तरह के ब्रेड के सेवन से आंत में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ते हैं. पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं. सूजन और एलर्जी होने की संभावनाओं को कम करते हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. यदि आप वजन कम करने के लिए खमीरी ब्रेड का सेवन करेंगे, तो असर जल्दी होगा.

स्प्राउटेड ब्रेड खाकर करें वेट लॉस

इस तरह के ब्रेड में मैदा नहीं होता है. दरअसल, ये कई तरह के अनाज, बींस, बीजों को पानी में अंकुरित किए जाने के बाद बनाई जाती है. फिर इन्हें आटे में मिलाते हैं और फिर ब्रेड की तरह सेंका जाता है. इससे ब्रेड में मौजूद ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जाता है. इससे अन्य अनाज से तैयार किए जाने वाले प्रोडक्ट्स की तुलना में स्प्राउटेड ब्रेड ब्लड शुगर लेवल को तेजी से नहीं बढ़ने देती है. सही मात्रा में आप इन सभी ब्रेड का सेवन नियमित रूप से करें, तो वजन कम करने के साथ ही डायबिटीज को भी कंट्रोल में रख सकते हैं.

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