योगी सरकार ने यूपी के सभी मदरसों पर नजर रखने के दिए आदेश, मौलाना बोले- सिर्फ मदरसे ही क्यों, शिशु मंदिर के स्कूलों की भी करें जांच

उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों पर योगी सरकार (Yogi Government) ने पैनी नजर रखने के आदेश दिए है. वहीं, सारे मदरसों (Madrasa) से संबंधित सभी जानकारियां सरकार के पास मौजूद होंगी और इन पर कड़ी निगरानी भी रखी जाएगी. योगी सरकार (Yogi Government) ने यह फैसला बिजनौर (Bijnor) के एक मदरसे से हथियार बरामद होने के बाद लिया है. हथियारों की बरामदगी के बाद मदरसों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे थे. यहां तक की कुछ लोगों ने ऐसे मदरसों को बंद तक करने की अपील की थी. लेकिन, अब योगी सरकार ने रास्ता निकालते हुए मदरसों की मॉनिटरिंग का फैसला किया है.


Also Read: वाहन चालक हो जाएं सावधान: ड्रिंक एंड ड्राइव में 10 हजार, हेल्मेट न पहनने पर 1 हजार, जुर्माने की पूरी लिस्ट यहां पढ़ें


उधर, मदरसा (Madrasa) संचालकों ने योगी सरकार के ‌इस फैसले का विरोध किया हैं. मौलानाओं (Maulana) का कहना है ‘बिजनौर में जो हुआ वह गलत था और ऐसे में कार्रवाई होनी जरूरी है. लेकिन एक मदरसे के नाम पर सभी मदरसों को निशाना बनाना गलत है’. मदरसा संचालक मौलाना हारून ने कहा कि ‘सरकार की नजर में सिर्फ मदरसे ही खटकते हैं. इसलिए घूम फिर कर मदरसों को ही एजेंडा बनाया जाता है. जबकि सरकार को चाहिए कि मदरसों के हालात बेहतर करने के जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा किया जाए’.


Also Read: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ाने वाले मौलवी ने किया 9 साल की मासूम से रेप


वहीं, मदरसों की निगरानी के संबंध में राज्य मंत्री मोहसिन रजा (Mohsin Raza) ने कहा कि ‘हम हमेशा से ही मदरसों की गुणवत्ता पर काम करते रहे हैं. सरकार की कोशिश है कि मदरसे में पढ़ने वाले बच्चे भी आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर बन सकें. इसके लिए हम लगातार इस तरफ ध्यान दे रहे हैं. मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) की किताबें लागू करने के साथ ही सभी आधुनिक सुविधाएं वहां पर उपलब्‍ध करवाने का काम सरकार कर रही है’.


Also Read: यूपी: मदरसे में हथियार के बाद अब मिला गोमांस, आक्रोशित लोगों ने की तोड़फोड़, इलाके में तनाव


मोहसिन रजा (Mohsin Raza) के बयानों पर शाहजहांपुर (Shahjahanpur) जिले के मदरसों के मौलानाओं (Maulana) ने इसका विरोध किया है. साथ ही मदरसों में हो रही गतिविधियों की जानकारी के सवाल पर मौलानाओ ने राज्य मंत्री का को जवाब दिया है. मौलानाओं का कहना है कि ‘हम किसी भी हाल में मदरसों में होने वाली गतिविधियों की जानकारी नहीं दे सकते’. मौलानाओं का आरोप है कि बिजनौर में हुई घटना एक साजिश के तहत की गई थी ताकि मदरसों को बदनाम किया जा सके. साथ ही उन्होंने कहा है कि शिशु मंदिरों के स्कूलों (Nursery School) की भी जांच होनी चाहिए.


Also Read: शर्मनाक: रेप के आरोपी नईम, गुफ़रान सीना ताने घूम रहे, पर जिस दलित बेटी से रेप हुआ, उसी से रेप साबित करने को कह रही है यूपी पुलिस


मौलानाओं ने आगे कहा कि ‘मदरसों में मजहबी तालीम दी जाती है. हुकूमत की किसी भी पाबंदी को हम मानने के लिए तैयार नहीं है. मौजूद हुकूमत का यह फाइव ईयर प्लान चल रहा है. जहां हिंदू-मुस्लिम को अलग करके दिखाया जा रहा हैं और उनके बीच दरार डाली जा रही है कि ऐसा करके वोट हासिल किया जा सके’.


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )