मुस्लिम पर्सनल लॉ पर आज़म खान का बड़ा हमला,आज़म खान ने तीन तलाक़ के बिल को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को खरी खोटी सुना डाली,आज़म खान बोले मुस्लिम पर्सनल लॉ में सियासी लोग हैं, ऐसे लोग है जो हुकूमतों के लिए काम करते है, इनडायरेक्टली वोटों को बाटकर फासिस्ट सरकारे बनवाते है, आज़म खान ने कहा ये मुस्लिम पर्सनल लॉ नही है यह उन लोगों की कमेटी है जिनके खुद दामन दागदार है.
राज्य सभा में हंगामे के दौरान भलेही 3 तलाक बिल पास न हो सका हो लेकिन आज़म खान ने इसपर बड़ा निशाना साधा है, आज़म खान ने कहा कि तीन यह 3 तलाक़ का बिल नही यह 2019 के चुनाव का बिल है.
आज़म खान का कहना है कि जिस विषय पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना चुकी है उसपर किसी बिल और कानून की ज़रूरत नही, सुप्रीम कोर्ट ने जब तय कर दिया तो किसी अदालत में उसका डिस्प्यूट नही रह सकता.
इस मामले को मुस्लिम पर्सनल लॉ ने हल नही करना चाहा, पर्सनल लॉ बोर्ड की यह नाकामी है, हर शहर में अलग अलग निकाह नामें होते है इसकी शिकायत पर्सनल लॉ से हमने कई बार की और कहा था हलफनामा जारी किया जाय जिससे पूरे भारत में एकसे निकाह नामें हो.
ऐसा नही किया मुस्लिम पर्सनल लॉ ने क्या यूटिलिटी है पर्सनल लॉ की यह भी देखने की बात है.
आज़म खान ने तीन तलाक़ के बिल के मामले पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को खरी खोटी सुनाई, आज़म खान ने पर्सनल लॉ के मेंबरों को सियासी बताते है, कहा कि यह उन लोगों की कमेटी है जिनके दामन दागदार है. आज़म खान ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ में सियासी लोग है.
ऐसे लोग है जो हुकूमतों के लिए काम करते हैं, इनडायरेक्टली वोटों को बाटकर फासिस्ट सरकारे बनवाते है. सियासी लोगों को मुस्लिम पर्सनल लॉ का मेम्बर नही होना चाहिए, ऐसे लोगों का पर्सनल लॉ में होने का मतलब है कि यह पर्सनल लॉ नही है यह उन लोगो की कमेटी है जिनके खुद दामन दागदार है.
सीएम योगी और पीएम मोदी पर अजाम की विवादित टिपण्णी
तलाक़ के बिल को लेकर आज़म खान ने प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री पर भी तंज़ील जुमला कसा, कहा प्राइम मिनिस्टर साहब ने अपनी खातून से तो हमदर्दी की नही ख्वातीन से हमदर्दी है, योगी जी एक खातून तो घर मे ला नही सके, जो घरो में है उनसे इंसाफ कर रहे है, जय बोलो.
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