समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देवरिया कांड को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया कि बिहार के बाद अब यूपी के देवरिया में स्थगित मान्यता वाले नारी संरक्षण केंद्र से भी यौनाचार की ख़बर ने साबित कर दिया है कि सत्ताधारियों के लिए नारी सुरक्षा का विषय सिर्फ़ प्रचार का विषय है. सत्ताधारियों को बताना ही होगा कि जहां-जहां उनकी (बीजेपी) सरकारें हैं, वहां-वहां ऐसा क्यों हो रहा है.
बिहार के बाद अब यूपी के देवरिया में स्थगित मान्यता वाले नारी संरक्षण केंद्र से भी यौनाचार की ख़बर ने साबित कर दिया है कि सत्ताधारियों के लिए नारी सुरक्षा का विषय सिर्फ़ प्रचार का विषय है. सत्ताधारियों को बताना ही होगा कि जहाँ-जहाँ उनकी सरकारें हैं, वहाँ-वहाँ ऐसा क्यों हो रहा है. pic.twitter.com/DNI58tIv2g
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 6, 2018
देवरिया शेल्टर होम कांड पर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है. मामले में विपक्षी दलों ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा है कि इस घटना के सामने आने के बाद बिहार और उत्तर प्रदेश दोनों जगह के मुख्यमंत्रियों को बेटियों को सुरक्षा ना दे पाने की वजह से तुरंत इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.
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बता दें उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में मां विंध्यावासिनी बालिका संरक्षण गृह में देह व्यापार के आरोप के खुलासे के बाद यूपी सरकार में हड़कंप मचा हुआ है. मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीएम देवरिया सुजीत कुमार को हटाने के निर्देश दिए थे. साथ ही सीएम योगी ने डीपीओ को भी निलंबित करने का फरमान सुनाया था.
दरअसल मामले में महिला एवं बाल कल्याण विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही सामने आई थी. सवाल यह उठ रहा है कि 23 जून 2017 को मान्यता खत्म होने के बाद 30 जुलाई 2018 को एफआईआर क्यों कराई गई? इतना ही नहीं 30 जुलाई को लिखी गई एफआईआर पर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की. फिलहाल रविवार रात दर्ज हुई एफआईआर में शारीरिक छेड़छाड़ और पॉक्सो की धारा बढ़ाई गई है.
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