Video: JNU में फीस बढ़ाने के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन, महिला डीन के साथ हाथापाई, खींचे कपड़े

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रों का प्रदर्शन (Student Protest) मुख्य रूप से फीस में बढ़ोत्तरी को लेकर है. विश्वविधालय में आज दीक्षांत समारोह के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू को बुलाया गया है. इसके अलावा शिक्षा मंत्री रमेश निशांक पोखरियाल को भी आमंत्रित किया गया है. लेकिन छात्रों का कुछ और ही प्लान था. उन्होंने फीस में बढ़ाने को लेकर वसंत कुंज में पैदल मार्च करना शुरू कर दिया. इस दौरान छात्रों को रोकने के लिए आई दिल्ली पुलिस से भिड़ंत भी हो गई. इतना ही नहीं छात्र यहीं नहीं रूके विरोध करते हुए वे विश्वविद्यालय में हो रहे दीक्षांत समारोह के जगह पर पहुंच कर भी प्रदर्शन करने में लग गए. इस दौरान एक महिला डीन के साथ हाथापाई भी हुई.


डीन वंदना मिश्रा के खींचे कपड़े

जेएनयू की एसोसिएट डीन वंदना मिश्रा (Dean Vandana Mishra) के साथ वाम समर्थित छात्राओं ने हाथापाई की है. इस दौरान उनके कपड़े भी खींचे गए. इससे पहले भी पिछले हफ्ते उन्हें उनके क्लासरूम में छात्रों ने कथित तौर पर बंधक बना लिया था. जेएनयू का छात्र संघ नए हॉस्टल मैन्युअल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. उनका कहना है कि प्रस्तावित मैन्युअल में कर्फ्यू का समय, ड्रेस कोड और फीस बढ़ाने के संबंध में कहा गया है. छात्रों के प्रदर्शन के कारण मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल कार्यक्रम स्थल से शाम तक बाहर नहीं निकल पाए. अधिकारियों के मुताबिक, जेएनयू के छात्रों का प्रदर्शन जारी है. इसके चलते मंत्री पोखरियाल ने मंत्रालय के पूर्व निर्धारित इवेंट रद्द कर दिए हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प जारी है.


बढ़ी फीस के चलते प्रदर्शन

मालूम हो कि जेएनयू छात्र तकरीबन दो हफ्ते से जेएनयू की हॉस्टल और एडमिशन फी में बढ़ोत्तरी के लिए प्रदर्शन पर हैं. शुरुआती दौर में छात्रों ने छात्रसंघ के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन को इस फैसले पर आपत्ति जताई थी. बाद के दिनों में छात्रों का आंदोलन तब उग्र होता चला गया जब प्रशासन की ओर से कोई भी कदम नहीं उठाए गए. इससे पहले भी छात्रों ने वसंत कुंज थाने का घेराव भी किया था. जेएनयू स्टूडेंट्स की मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी किए गए नए मैनुअल को जल्द वापस लिया जाए और फी में इतनी वृद्धि के फैसले को भी. उनका कहना है कि जेएनयू में दाखिला ले रहे 40 फीसदी छात्र अत्यंत गरीब परिवारों से आते हैं जो मोटी निजी विश्वविद्यालय और कॉलेजों की तरह मोटी रकम भर के नहीं पढ़ सकते. 


छात्रों ने तर्कहीन तरीके से फीस वृद्धि का लगाया आरोप

दरअसल, जेएनयू छात्रों का कहना है कि हॉस्टल फी में तर्कहीन तरीके से वृद्धि की गई है. सिंगल सिटर कमरे का चार्ज पहले 20 रुपये प्रति महीने था जो अब नए मैनुअल के हिसाब से 600 रुपए तक हो जाएगा. वहीं, डबल बेड के कमरे का किराया प्रति महीने 10 रुपए से बढ़कर 300 रुपए तक किया जा रहा है. इसके अलावा 1700 रुपए सर्विस चार्ज हर साल लिए जाने की बातें भी मैनुअल में कही गई है. मेस में जमा किए जा रहे सिक्यूरिटी मनी को 5,500 से बढ़ाकर सीधे 12,000 कर दिया गया है. हालांकि, यह रिफंडेबल होता है, यानी पैसे वापस मिल जाते हैं. छात्रों का कहना है कि जेएनयू में पानी और बिजली का बिल पहले फ्री हुआ करता था जिसपर अब विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ पैसे लगाना चाहती है. 


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