उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने स्मार्टफोन और टैबलेट योजना (Smartphone and Tablet Scheme) को आगे बढ़ाने की तैयारी कर ली है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से पिछली बार भी इस प्रकार की घोषणा की गई थी. हालांकि, चुनाव के ठीक पहले 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर इस कार्यक्रम को शुरू किया गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने उस समय घोषणा की थी कि प्रदेश के 2 करोड़ छात्रों को स्मार्टफोन और टैबलेट से लैस किया जाएगा. कोरोना काल में डिजिटल एजुकेशन की महत्ता को देखते हुए योगी सरकार की इस घोषणा को काफी महत्वपूर्ण माना गया.
बता दें कि 9 लाख छात्रों को योगी 2.0 के पहले 100 दिन के अंदर ही टेबलेट और स्मार्टफोन दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद छात्रों को चिह्नित करने और जिलों में टेबलेट और स्मार्टफोन वितरण के आयोजन के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू हो गया है. प्रदेश के हर जिले में इसका वितरण होना है, इसलिए इसकी तैयारी शुरू हो गई है. 12वीं पास छात्रों के लिए इस सौगात की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा विभाग को दी गई है. 12 अप्रैल से शुरू होने वाले 100 डेज एक्शन प्लान की विभागीय प्रेजेंटेशन में इसकी कार्ययोजना सीएम योगी आदित्यनाथ देखेंगे.
चुनाव के समय में लगभग तमाम राजनीतिक दलों के घोषणापत्र में स्मार्टफोन, टैबलेट और लैपटॉप वितरण का दावा किया गया. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व भाजपा को दोबारा जीत मिली. सत्ता में लौटने के बाद अब छात्रों से किए गए वादों को पूरा करने की कवायद तेज हो गई है. इकाना स्टेडियम में करीब एक लाख छात्रोंको मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट बांटने की योजना की शुरुआत के बाद अब इसे पूरा कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है.
सीएम योगी ने अब एक बार फिर इस योजना की समीक्षा की है. उन्होंने टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण की कार्रवाई को तेज करने का निर्देश सभी जनपदों के पदाधिकारियों को दिया है. इस कार्य को जनपदों से संबद्ध सांसद और विधायकों की उपस्थिति में कराए जाने को कहा गया है.
लोक कल्याण संकल्प पत्र के वादे को निभाते हुए सरकार ने युवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने का काम तेजी से शुरू किया है. 97,740 टैबलेट और 1,48,238 से अधिक स्मार्टफोन बांट दिये हैं. इनमें से लखनऊ में सबसे अधिक 16,936 टैबलेट बांटे गये हैं. गोरखपुर में 11,541 टैबलेट, मुरादाबाद में 8,518 टैबलेट, सहारनपुर में 7,617 टैबलेट, आगरा में 9131, अलीगढ़ में 1199, फरुखाबाद में 4133, मुरादाबाद में 8518 और प्रतापगढ़ में 5,323 टैबलेट अब तक उपलब्ध कराए जा चुके हैं. इसी तरह, लखनऊ में 25,770 से अधिक स्मार्टफोन, अंबेडकर नगर में 24,620 स्मार्टफोन, मुरादाबाद में 12,990 स्मार्टफोन, सहारनपुर में 10,776 स्मार्टफोन और मुजफ्फरनगर में 10,346 से अधिक स्मार्टफोन बांटे गए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में वितरण प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ बिना किसी भेदभाव के संचालित की जा रही है. निर्बाध वितरण प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जिलों को वितरण के लिए 7,20,000 टैबलेट और 10,50,000 से अधिक स्मार्टफोन आवंटित किए गए हैं. सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार युवाओं को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए दो करोड़ युवाओं को मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट दिए जाएंगे. जिसके तहत राज्य में वितरण का पहला चरण 25 दिसंबर 2021 को शुरू हुआ था.
उत्तर प्रदेश में युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए योगी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. सरकार का लक्ष्य युवाओं को नौकरी उपलब्ध कराना, उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनान और गरीबी से मुक्त कराना है. बता दें कि पिछले 5 वर्षों में 5 लाख युवाओं को सरकार ने रोजगार दिया है और 2.5 करोड़ युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा है. सीएम योगी ने अगले 5 वर्षों में यूपी में 5 करोड़ रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा है. उनकी योजना में उत्तर प्रदेश के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया जाना शामिल है.
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