बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने यह साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी पूरी मुस्तैदी के साथ निकाय चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को उनका जन्मदिन देशव्यापी स्तर पर और यूपी में खासकर काफी विस्तृत तौर पर जनकल्याणकारी दिवस को मिशनवरी भावना से मनाया जाता है। इस मौके पर गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करें। इस अवसर पर उन्हें कीमती उपहार, तोहफे आदि न दिए जाएं। पार्टी और मूवमेंट के हित में हमेशा की तरह सीधे तौर पर आर्थिक सहयोग देना बेहतर होगा ताकि इससे चुनावों में खर्चों आदि की भरपाई की जा सके।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इसके लिए संगठन का पुनर्गठन करते हुए इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता सौंपने वाले ही आज उससे दुखी हैं। इसीलिए संघ महंगाई व बेरोजगारी से ध्यान बांटने के लिए जनसंख्या व धर्मांतरण का राग अलाप रही है।
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बसपा चीफ ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में एकदिवसीय सम्मेलन में यह बातें कहीं। उन्होंने 30 जून से जारी सदस्यता अभियान के बारे में जानकारी लेने के बाद निकाय चुनाव के मद्देनजर इसे स्थगित रखने का निर्देश दिया।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में सपा छोड़कर आने वाले इमरान मसूद को अहम जिम्मेदारियां दी हैं। इमरान मसूद को सहारनपुर, अलीगढ़, मेरठ और आगरा की जिम्मेदारी दी गई है। भीम राजभर वाराणसी व आजमगढ़ समेत पूर्वांचल के अन्य मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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