CM योगी ने प्रयागराज में सगम नोज घाट पर की आरती, महाकुंभ की तैयारियों का लिया जायजा

Prayagraj: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रयागराज का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सगम नोज घाट पर आरती की और महाकुंभ के आयोजन स्थल का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में स्थित एमएसडब्ल्यू बायो सीएनजी प्लांट का भी निरीक्षण किया, जो स्वच्छ और सुव्यवस्थित महाकुंभ की परिकल्पना के तहत स्थापित किया गया है। यह प्लांट प्रदेश का पहला म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट आधारित बायो सीएनजी प्लांट है, जो महाकुंभ के बाद भी शहर के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।

बायो सीएनजी प्लांट: ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की दिशा में अहम कदम

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “यह बायो सीएनजी प्लांट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की अवधारणा को साकार करता है।” यह प्लांट शहर के ठोस कचरे को बायोगैस में परिवर्तित करेगा और साथ ही जैविक खाद भी बनाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, इस प्लांट में हर दिन 200 टन गीला कचरा प्रोसेस किया जाएगा, जिससे लगभग 21,500 किलो बायो CNG और 209 टन जैविक खाद बनेगी। इससे हर साल 56,700 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।

फाफामऊ में निर्माणाधीन स्टील ब्रिज का निरीक्षण

सीएम योगी ने महाकुंभ के लिए फाफामऊ में गंगा नदी पर बन रहे स्टील ब्रिज का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, “यह स्टील ब्रिज तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए संगम तक आवागमन का सबसे सहज रास्ता बनेगा।” यह ब्रिज पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अयोध्या, गोरखपुर, लखनऊ, दिल्ली, उत्तराखंड, और राजस्थान से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सहूलियत प्रदान करेगा। करीब 450 मीटर लंबा यह स्टील ब्रिज, जो 4,500 टन लोहे से बना है, महाकुंभ में यातायात के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग होगा।

स्नान घाटों की तैयारियों का निरीक्षण

महाकुंभ के दौरान स्नान घाटों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी मुख्यमंत्री ने विशेष ध्यान दिया। उन्होंने संगम ऐरावत घाट और संगम नोज घाट का निरीक्षण किया और कहा, “सभी श्रद्धालुओं का स्नान सुरक्षित होना चाहिए, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी की जाएं।” उन्होंने यह भी बताया कि महाकुंभ को सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री बनाने की दिशा में कार्य चल रहा है, और सभी होर्डिंग्स, बैनर्स और कैरी बैग्स बायोडीग्रेडेबल होंगे। इसके अलावा, घाटों पर श्रद्धालुओं की सहायता के लिए 5,000 कुम्भ सेवा मित्र की तैनाती की जाएगी, जिनका विधिवत प्रशिक्षण भी कराया जाएगा।

वीआईपी घाट और संगम पूजन

मुख्यमंत्री ने किले के पास तैयार हो रहे वीआईपी घाट का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वह त्रिवेणी संगम पहुंचे, जहां उन्होंने संगम पूजन किया और फिर बड़े हनुमान जी का दर्शन भी किया।

महाकुंभ की तैयारियों के इस दौरे से मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि 2025 में होने वाला महाकुंभ न केवल एक आध्यात्मिक आयोजन हो, बल्कि प्रशासनिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी एक आदर्श प्रस्तुत करे।

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