उत्तर प्रदेश में जनता और पुलिस के बीच समन्वय बैठाने के लिए पुलिस अफसर लगातार कोई न कोई कदम उठा रहे हैं. इसी के अंतर्गत अब मेरठ जिले के एडीजी जोन मेरठ राजीव सबरवाल ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. अब जोन भर में बीट पुलिस अब ग्रामीणाें से संवाद बढ़ाएगी. गांव-गांव पुलिस चौपाल लगाई जाएंगी इसकी जिम्मेदीर बीट पुलिस अधिकारी पर होगी और गांव में बीपीओ के नाम और मोबाइल नंबर लिखे पोस्टर भी चस्पा होंगे. ताकि मुसीबत के समय व्यक्ति सीधा अपने बीट पुलिसकर्मी से सम्पर्क कर सके.
एडीजी ने दिए ये निर्देश
जानकारी के मुताबिक, एडीजी जोन मेरठ राजीव सबरवाल के निर्देश पर सभी गांव में बीट पुलिस अधिकारी नियुक्त किये गये हैं. जो गांव से संबंधित प्रार्थना-पत्र की जांच, सम्मन तामीला के साथ ही अपराध नियंत्रण के लिए सूचना संकलित करेंगे. गांव में जनता के साथ एक दिन चौपाल लगाएंगे, जिसमें समस्या पर चर्चा होगी. ग्रामीणों से संवाद करने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा. एडीजी बीट पुलिस अफसर का क्रिएटिव रिलीज करेंगे जिसे सभी थाना व पुलिस चौकी में लगाया जाएगा.
इसके साथ ही बीट में पुरुष के साथ ही महिला सिपाहियों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी. पुलिसकर्मी अपने क्षेत्र के वर्तमान व पूर्व ग्राम प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य व सभ्रांत लोगों के संपर्क में रहेंगे. उनके जरिए इलाके की हर छोटी-बड़ी गतिविधि की जानकारी ली जाएगी. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की महिला स्वयं सहायता समूहों व अन्य सामाजिक संगठनों से भी बेहतर सरोकार बनाकर कार्य किया जाएगा. इससे पुलिस की आम छवि को भी सुधारने में मदद मिलेगी. बीट अधिकारी अपने क्षेत्र की हर गतिविधि से थाने को अवगत कराते रहेंगे जिससे अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी.
सभी स्थानों पर लगेंगे BPO के पोस्टर
इन सबमे सबसे ख़ास बात ये है कि सभी गांव में सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की ओर से पाेस्टर लगाए जाएंगे. इन पोस्टर पर किसी कुख्यात बदमाश की नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों की उनके मोबाइल नंबर के साथ फोटो होंगी. ताकि गाँव के हर व्यक्ति को अपने बीट पुलिस अफसर की पहचान हो. सभी के पास उनका नंबर हो.
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