गाजियाबाद में 18 साल के समीर की हत्या, भीम आर्मी नेता और BSP के पूर्व विधायक वहाब चौधरी के उकसाने पर अहद ने मारी थी गोली

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) जनपद के मुरादनगर के रहने वाले 18 साल के युवक समीर की हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में बसपा के पूर्व विधायक वहाब चौधरी (Wahab Chaudhary) और उनके 2 भतीजों अहद और आफताब को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, बीते शनिवार की शाम को समीर अचानक गायब हो गया था। इसके बाद अगले दिन रविवार को प्रीत विहार कालोनी स्थित कब्रिस्तान में उसकी डेडबॉडी मिली।


वहाब चौधरी के बेटे आदिल ने अहद को दी थी पिस्टल


मृतक समीर के पिता ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी। गाजियाबाद के एसपी (ग्रामीण) ईरज राजा ने हरसांव पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आरोपियों की पहचान वहाब चौधरी, अहद के रूप में हुई है। वहाब चौधरी मुरादनगर से बसपा के पूर्व विधायक रहे चुके हैं और वर्तमान में भीम आर्मी पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण और आफताब से जुड़े हैं।


Also Read: नाबालिग हिंदू लड़की का 20,000 में सौदा, वेश्यावृत्ति में धकेलने की थी तैयारी, जमील, तस्लीम सहित 4 को सुनाई गई उम्रकैद की सजा


पुलिस ने उनके पास से 32 बोर की एक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि बसपा के पूर्व विधायक वहाब चौधरी राजनैतिक लाभ लेना चाहते थे। इसके अलावा वह बिरादरी में अपना वर्चस्व कायम करना चाहते थे। इसीलिए चौधरी ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी। वहाब चौधरी के बेटे आदिल ने ही अहद को पिस्टल दी थी।


अहद बोला- वहाब ने समीर की हत्या के लिए उकसाया


एसपी ईरज राजा ने बताया है कि पूर्व विधायक वहाब चौधरी के भाई आस मोहम्मद ने मई 2020 में अपनी पत्नी सहाना की हत्या कर दी थी।इस केस में आस मोहम्मद, उसके बेटे अहद, अहद के दोस्त समीर, शाहरुख व आस मोहम्मद की दूसरी पत्नी तबस्सुम उर्फ भूरी को जेल भेजा गया था। अहद के मुताबिक, हत्या के केस में अन्य लोगों को जमानत मिल गई है, लेकिन उसके अब्बा अभी भी जेल में बंद हैं।


Also Read: UP: कानपुर से जुड़े गिरफ्तार अलकायदा आतंकियों के तार, फंडिंग के शक में UP ATS ने बिल्डर वसी को उठाया


अहद ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि समीर और वो दोनों अच्छे दोस्त थे। वहाब ने ही उसे समीर की हत्या करने के लिए उकसाया था। जाँच में सामने आया है कि सहाना की हत्या के मामले में जेल में बंद आस मोहम्मद भी समीर की हत्या की साजिश में शामिल था। पुलिस के मुताबिक, आस मोहम्मद पत्नी की हत्या का आऱोप समीर पर डालकर अपने ऊपर लगे कलंक को मिटाना चाहता था। जबकि समीर की हत्या के बाद अहद भी जेल चला जाता। ऐसे में वहाब चौधरी उसकी संपत्ति हड़पने की फिराक में था।


खाने के लिए बुलाकर कब्रिस्तान में मारी गोली


पुलिस की पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपित अहद ने बताया कि उसने ही समीर को शनिवार (10 जुलाई 2021) की शाम को बाहर खाने के बहाने बुलाया था। इसके बाद उसी रात 10 बजे उसने अपने साथियों के साथ प्रीत विहार के कब्रिस्तान के पास एक खेत में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। समीर पूर्व विधायक वहाब चौधरी के भाई आस मोहम्मद की पत्नी सहाना की हत्या में शामिल था। लेकिन, नाबालिग होने के कारण वह जेल से बाहर आ गया था।


Also Read: लखनऊ: गिरफ्तार आतंकी मिनहाज के घर आकर रूकते थे कश्मीरी युवक, ड्राई फ्रूट्स और कपड़े बेचने के बहाने करते थे रेकी


हालांकि, बाहर आते ही पुलिस ने उसे गैंगस्टर एक्ट में फिर से अंदर कर दिया था। वह डेढ़ महीने पहले ही जेल से बाहर आया था। इसके बाद पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने अहद को घर पर बुलाया और कहा कि उसके अब्बू अभी भी जेल में बंद हैं, जबकि वो (समीर) और उसकी सौतेली अम्मी आजाद घूम रहे हैं। इससे उनकी (वहाब चौधरी) की इमेज को नुकसान पहुँच रहा है। इसी कारण समीर की हत्या करने के लिए पूर्व विधायक ने अहद को उकसाया।


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )