गरीबों का इलाज कराने में योगी सरकार सबसे आगे, अबतक 58 हजार से ज्यादा लोगों को 9 अरब की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) जरूरतमंदों, गरीबों और गंभीर रोगियों की आर्थिक मदद करने के मामले में पिछले सरकारों की अपेक्षा अब तक के नंबर वन मुख्यमंत्री साबित हुए हैं। प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा ऐसे लोगों की मदद की गई है, जिन्होंने पैसे के अभाव में अपनों के जीवन की आस छोड़ दी थी। सीएम योगी की मदद से ऐसे हजारों लोगों की न सिर्फ जान बची है, बल्कि उनके परिवारों के जमीन और जायदाद भी बिकने से बचे हैं।


योगी सरकार ने कैंसर, किडनी और हृदय रोग सहित कई अन्य गंभीर बीमारियों के ईलाज के लिए खजाना खोल दिया है। जिस कारण सीएम योगी के साढ़े तीन साल का कार्यकाल अखिलेश सरकार के पांच साल के कार्यकाल पर भारी पड़ा है। सीएम योगी ने पिछले साढ़े तीन साल में 58 हजार 178 जरूरतमंदों, गरीबों और गंभीर रोगियों के परिवारों को आठ अरब 86 करोड़ 37 लाख 85 हजार रुपयों की मदद की है। जबकि सपा सरकार में 2012 से 2017 तक मात्र 10 हजार 431 लोगों को चार अरब 47 करोड़ 84 लाख 94 हजार 948 रुपए की मदद की है।


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सीएम का बड़ा एहसानमंद हूं, नहीं तो घर बिकता या कर्ज लेना पड़ता


गाजियाबाद के लोनी के नई बस्ती गौरी पट्टी निवासी शौकीन पेशे से सिलाई का काम करते हैं। उनकी रोजाना की औसतन आय चार सौ से पांच रुपए है। उनके 15 साल के बेटे जुबैर का 14 माह से कैंसर का ईलाज चल रहा है। वह कहते हैं कि जमा पूंजी नहीं थी। अब हमारे पास पैसे भी नहीं बचे थे। अल्लाह का बहुत शुक्रमंद हूं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा एहसानमंद हूं। अगर योगी जी ने पांच लाख नहीं भेजे होते, तो हमें घर बेचना पड़ता या कर्ज लेना पड़ता।


पूरा परिवार सीएम का आजीवन एहसानमंद रहेगा


इटावा के सिविल लाइन निवासी सीलेश पाल के छोटे भाई नीलेश पाल की उम्र महज 27 साल है और उनकी दो साल से तबीयत खराब चल रही थी। फिलहाल, किडनी की डायलिसिस चल रही है। उनके बड़े भाई सीलेश पाल बताते हैं कि हमें उम्मीद ही नहीं थी कि सरकार की ओर से पांच लाख रुपए मिल जाएंगे। पैसे की वजह से ट्रांसप्लांट नहीं हो रहा था। अब पैसा आ गया है और जनवरी में ट्रांसप्लांट होगा। हमारा पूरा परिवार मुख्यमंत्री जी का आजीवन एहसानमंद रहेगा।


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सीएम का तहेदिल से शुक्रिया, एक परिवार बिखरने से बचा


जालौन चिमन मोहल्ले की रहने वाली गीता देवी का ईलाज दिल्ली में एक कैंसर हास्पिटल में चल रहा है। उनके पति रोशन सिंह बताते हैं कि उनका जून से ईलाज चल रहा है। ईलाज के लिए गाड़ी बेच दी, कारोबार बंद हो गया और बहुत उधार भी ले लिया था। सीएम योगी की ओर से पांच लाख की मदद मिलने से हम बर्बाद होने से बच गए। बहुत बड़ी मदद मिली है। सीएम योगी का तहेदिल से शुक्रिया। उनके कारण एक परिवार बिखरने से बच गया। दो छोटे-छोटे बच्चों का भविष्य बच गया।


शब्दों का चयन नहीं कर पा रहा हूं, किस रूप में कहूं


आजमगढ़ जिले के गम्हीरी गांव निवासी सतेंद्र बंथरा में कोल्ड ड्रिंक फैक्टी में सुपरवाईजर थे। दो साल पहले कानपुर-लखनऊ हाईवे पर बंथरा में सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा होने के बाद ही उनके परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। ईलाज के दौरान उनके घुटने से दाहिना पैर काट दिया गया। उन्हें कृत्रिम पैर लगवाने के लिए सीएम योगी ने चार लाख 99 हजार की मदद की है। वह कहते हैं कि मैंने सोचा भी नहीं था, मुख्यमंत्री जी ने हमारे लिए इतना किया। मैं उनको धन्यवाद कहने के लिए शब्दों का चयन नहीं कर पा रहा हूं कि किस रूप में कहूं।


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सीएम योगी की वजह से टूटी आस जगी


गोरखपुर के चौरीचौरा के मुंडेरा बाजार निवासी विकास जायसवाल की उम्र 40 साल है और बिजली की दुकान करते हैं। उन्हें 2016 में कैंसर हुआ था, दिक्कत होने पर डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि दुबारा हो गया है। अपने ईलाज में उन्होंने करीब 20 लाख खर्च किए और मुंबई में भर्ती थे। दुबारा होने पर डॉक्टरों ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट करने और अन्य खर्चों को मिलाकर 25 लाख का खर्च बताया। इसके बाद उनकी उम्मीद टूट गई। सीएम योगी ने उन्हें चार लाख रुपए ईलाज के लिए भेजे। इस पर वह कहते हैं कि सीएम योगी की वजह से उनकी टूटी आस जग गई है। अब वह जल्द ईलाज कराने मुंबई जाएंगे।


ब्याज पर लिए थे पैसे, अब नहीं बेचनी पड़ेगी जमीन


वाराणसी के राजा तहसील के जयापुर निवासी प्रेमलता को ब्रेन हैमरेज हो गया था। उनका दो महीने से ईलाज चल रहा है। उनके पति किसान हैं और खेती करते हैं। बेटे अवनीश सिंह ने बताया कि मां के ईलाज के लिए सभी परेशान थे। ब्याज पर पैसा लिए थे। अब जमीन बेचकर पैसा नहीं चुकाना पड़ेगा। आगे के ईलाज के लिए सीएम योगी ने पांच लाख भेजे हैं। इससे हमें बहुत बड़ी राहत मिलेगी। उनका बहुत-बहुत धन्यवाद है।


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सीएम योगी के साढ़े तीन साल


सीएम योगी ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से वित्तीय वर्ष 2017-18 में 13 हजार 224 लोगों को एक अरब 84 करोड़ 42 करोड़ 88 हजार 750 रुपए, वित्तीय वर्ष 2018-19 में 17 हजार 772 लोगों को दो अरब 56 करोड़ 34 लाख 61 हजार 400 रुपए, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 18 हजार 14 लोगों को दो अरब 80 करोड़ 23 लाख 56 हजार 695 रुपए और वित्तीय वर्ष 2020-21 में 14 दिसंबर तक 9168 लोगों को एक अरब 65 करोड़ 36 लाख 78 हजार 697 रुपए की मदद की है।


अखिलेश सरकार के पांच साल


सपा सरकार के दौरान 2012 से लेकर 2017 तक मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से वित्तीय वर्ष 2012-13 में 3362 लोगों को 31 करोड़ 37 लाख नौ हजार 500 रुपए, वित्तीय वर्ष 2013-14 में 4361 लोगों को 31 करोड़ 37 लाख नौ हजार 500 रुपए, वित्तीय वर्ष 2014-15 में 5284 लोगों को 44 करोड़ 98 लाख 80 हजार 750 रुपए, वित्तीय वर्ष 2015-16 में 7762 लोगों को 98 करोड़ 34 लाख 42 हजार 747 और वित्तीय वर्ष 2016-17 में 10431 लोगों को एक अरब 64 करोड़ 94 लाख 17 हजार 732 रुपए की मदद की है।


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