कोरोना संकट में भी UP में मिलीं करोड़ों नौकरियां, ट्विटर पर ट्रेड हुआ ‘योगी का आत्मनिर्भर UP’

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ‘आत्म निर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ शुक्रवार दिनभर सोशल मीडिया पर छाया रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत से काफी समय पहले ही ट्विटर पर हैशटैग #योगीकाआत्मनिर्भर_UP टॉप में ट्रेंड कर रहा था. कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा दिए गए सवा करोड़ रोजगार की ट्विटर पर जमकर प्रशंसा हुई. यहां तक कि यूजर्स ने सीएम योगी आदित्यनाथ को देश का सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री बता डाला.


#योगीकाआत्मनिर्भर_UP का प्रयोग करते हुए लोगों ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण देश में करोड़ों लोगों का रोजगार छिन गया था.  सबसे बड़ी मार प्रवासी श्रमिकों पर पड़ी थी, लेकिन ऐसे में उत्तर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adiyanath) ने सबसे पहले प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश में वापस लाने की मुहिम छेड़ी थी. 36 लाख से अधिक प्रवासी कामगारों का पूरा डेटा बैंक (skill data mapping) तैयार कर सवा करोड़ लोगों को रोजगार देने की व्यवस्था भी की गई. लोगों ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm modi) के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने की तरफ योगी सरकार ने प्रभावी कदम बढ़ाया है.


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वहीं इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान के तहत प्रदेश में अनलॉक के बाद सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम से जुड़े 7.80 लाख उद्योगों को पुनः प्रारम्भ करने में हमें सफलता प्राप्त हुई. इन योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाए गए. इन विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अंतर्गत प्रथम चरण में 57 हजार एमएसएमई इकाइयों को 2,002 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया गया. इन सभी इकाइयों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है. सीएम योगी ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत प्रदेश में 62 लाख से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे हैं. इन्हें ग्रामीण क्षेत्र में सामुदायिक शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, एक्सप्रेस-वे, हाईवे और वृक्षारोपण कार्य में समाहित किया जा रहा है.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तक प्रदेश में 15 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को इन योजनाओं के अंतर्गत रोजगार से जोड़ा गया. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 1.69 लाख प्रवासी श्रमिकों को सफलतापूर्वक समायोजित किया गया. योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जो समय से निर्णय लिया गया, उसके लिए पूरा देश कृतज्ञ है. इस फैसले के बाद सिर्फ उत्तर प्रदेश में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 35,92,000 से अधिक प्रवासी कामगारों, श्रमिकों की सकुशल वापसी हुई.


उन्होंने बताया कि स्किल मैपिंग के माध्यम से पता चला कि 45,000 से अधिक ड्राइवर, 10,700 से अधिक हस्तकला और 3 लाख 61 हजार से अधिक प्लम्बर, सेल्समैन, सिक्युरिटी गार्ड, कुरियर व अन्य क्षेत्रों से जुड़े थे. योगी ने कहा कि प्रवासी कामगारों/श्रमिकों में ग्रामीण क्षेत्रों में 26.12 लाख और शहरी क्षेत्रों में 1.63 लाख लोगों ने क्वारंटाइन पीरियड पूरा किया. वर्तमान में होम क्वारंटाइन में 4,71,000 कामगार हैं और प्रवासी कामगारों के एक्टिव केस की संख्या लगभग 1,000 है.


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