उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने विधानमंडल सत्र से पहले बुधवार से 18 सितंबर तक रोजाना प्रदेश सरकार के खिलाफ विधान भवन में प्रदर्शन करने का फैसला किया है। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे पर सपा नेता बुधवार को सड़क पर उतर आए। सपा कार्यालय के बाहर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान सपा नेताओं और पुलिस की धक्का मुक्की हुई। ऐसे में पुलिस से सपा विधायकों को नजरबंद कर दिया। वहीं, सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के घर पर भी पुलिस का कड़ा पहरा है।
सुबह से ही सपा विधायकों के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। दरअसल, मानसून सत्र से पहले समाजवादी पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, किसानों आदि की समस्याओं को लेकर सपा विधायकों को चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करना था।
महंगाई,बेरोज़गारी,भ्रष्टाचार,किसानों की दुर्दशा,भाजपा की विध्वंसक नीतियों से उत्पीड़ित दलित,वंचित,पिछड़े,अल्पसंख्यकों की आवाज़ बुलंद करने विधानसभा जाने के लिए निकले सपा विधायकों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करना, घोर निंदनीय!
सड़क से लेकर सदन तक जारी रहेगा समाजवादियों का संघर्ष। pic.twitter.com/XDYDZIgIeC
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 14, 2022
प्रदर्शन से पहले ही सपा विधायकों के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। सपा का आरोप है कि विधायकों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। पार्टी ने इसकी घोर निंदा की है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुद ट्वीट कर सरकार पर तमाम आरोप लगा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। सपा ने कहा कि कहा कि योगी जी आप पुलिस और सत्ता के बल तथा तानाशाही करके जनहित के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करने वाले विपक्षी विधायकों, कवरेज करने वाले मीडिया बंधुओं को तो रोक सकते हैं लेकिन कल को जब जनता का हुजूम सड़कों पर उतरेगा तो आप क्या करेंगे। विपक्ष जनता की आवाज है, जनता की आवाज मत दबाइए।
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सपा विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने बताया था कि सपा विधायक यूपी में ध्वस्त कानून व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुए फर्जी मुकदमे, सूखा संकट, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान, किसानों की आत्महत्या समेत अन्य मुद्दों को लेकर 18 सितंबर तक प्रतिदिन 11 बजे से दो बजे तक धरना देंगे।
14 सितंबर यानी आज प्रदर्शन का नेतृत्व विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय को करना था पर उन्हें नजरबंद कर दिया गया। वहीं, 15 सितंबर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, 16 को पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद एवं इंद्रजीत सरोज, 17 को पूर्व मंत्री राम अचल राजभर और 18 को धरने का नेतृत्व पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी तथा पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह करेंगे।
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