प्रयागराज: महाकुंभ में हाल ही में संगम तट पर हुई भगदड़ और श्रद्धालुओं की मौतों के बाद प्रशासन ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कड़े कदम उठाए हैं। भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई अहम बदलाव किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को नए निर्देश जारी किए हैं।
मेला क्षेत्र पूरी तरह बना नो-व्हीकल जोन
अब पूरे कुंभ मेले के क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। किसी भी प्रकार के वाहन को मेले के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पैदल यात्रा का पालन करें और यातायात नियमों में सहयोग दें।
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VVIP पास किए गए रद्द
विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए भी अब कोई छूट नहीं होगी। प्रशासन ने सभी VVIP पास रद्द कर दिए हैं, जिससे अब किसी भी व्यक्ति को पास के आधार पर वाहन प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। इससे भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
रास्तों पर लागू हुआ वन-वे ट्रैफिक सिस्टम
श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने एकतरफा मार्ग व्यवस्था लागू कर दी है। इससे पैदल यात्रियों की भीड़ को व्यवस्थित किया जा सकेगा और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचा जा सकेगा।
बाहरी वाहनों की एंट्री पर रोक
प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले चार पहिया वाहनों को जिले की सीमा पर ही रोक दिया जा रहा है। यह कदम भीड़ नियंत्रण में अहम भूमिका निभाएगा और मेले में अव्यवस्था से बचने में मदद करेगा।
चार फरवरी तक चार पहिया वाहनों पर सख्त प्रतिबंध
शहर के भीतर चार पहिया वाहनों की आवाजाही को 4 फरवरी तक पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस अवधि में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को छूट दी जाएगी।
श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे इन नियमों का पालन करें और कुंभ क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचें। अधिकारियों का कहना है कि ये बदलाव भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं, जिससे महाकुंभ का आयोजन सुव्यवस्थित और सुरक्षित रह सके।