प्रयागराज में महाकुंभ मेले (Mahakumbh) के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने का मार्ग, यातायात बाधित नहीं होना चाहिए।
सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसके लिए प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भीड़ न जुटने देने की व्यवस्था की जाए। रेलवे और परिवहन निगम को अधिकाधिक मेला स्पेशल ट्रेन और अतिरिक्त बसें चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज की ओर आने वाले सभी मार्गों पर पेट्रोलिंग बढ़ाने और यातायात सुचारू रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त भोजन और पेयजल की व्यवस्था करने के आदेश भी दिए। अयोध्या, वाराणसी, मीरजापुर और चित्रकूट प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा में कोई कमी न हो।
वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती
महाकुंभ में व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयागराज में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है। कुम्भ 2019 के दौरान प्रयागराज में मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी को पुनः तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, 05 विशेष सचिव और पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है, जो 12 फरवरी तक प्रयागराज में रहकर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने की विशेष बैठक
मौनी अमावस्या के मौके पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद मुख्यमंत्री ने देर रात प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, अयोध्या, मीरजापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संत कबीर नगर, भदोही, रायबरेली और गोरखपुर समेत अन्य जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक की।
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज के एडीजी और जिलाधिकारी से महाकुंभ क्षेत्र की अपडेट जानकारी ली और सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अयोध्या, वाराणसी, मीरजापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को लेकर किए गए प्रबंधों की समीक्षा भी की।
प्रमुख दिशा-निर्देश:
- प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं। रेलवे से समन्वय कर ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया जाए। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी चलाई जाएं।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में बने होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं के लिए भोजन और पेयजल की समुचित व्यवस्था हो। बिजली आपूर्ति में कोई बाधा न आए।
- प्रयागराज से जुड़े प्रमुख मार्गों पर यातायात अवरुद्ध न हो। अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज और वाराणसी-प्रयागराज मार्गों पर विशेष सतर्कता बरती जाए।
- महाकुंभ क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ न हो। स्ट्रीट वेंडर्स को व्यवस्थित स्थान पर भेजा जाए ताकि मार्गों पर जाम न लगे।
- आगामी 03 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर होने वाले ‘अमृत स्नान’ के लिए सुरक्षा और सुविधा से जुड़ी सभी तैयारियों की समीक्षा की जाए। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक इस पर विशेष ध्यान दें।
- वाराणसी, अयोध्या, मीरजापुर और चित्रकूट में भी श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रशासन वहां भी होल्डिंग एरिया बनाकर भीड़ को नियंत्रित करे। बैरिकेडिंग, ट्रैफिक प्रबंधन और पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान हर श्रद्धालु की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए प्रशासन को पूरी सतर्कता बरतनी होगी।
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