ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पड़ोसी देश पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा और कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को “माकूल सजा” दी जाए।
“पाकिस्तान एक फेल स्टेट है, बेशर्मी की हदें पार कर चुका है”
ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान बेशर्म है। वह एक फेल स्टेट है। अब वक्त समझाने का नहीं, जवाब देने का है। जब तक पाकिस्तान को कड़ा संदेश नहीं मिलेगा, मासूमों की जान जाती रहेगी।” उन्होंने कहा कि भारत ने पहले भी पाकिस्तान को मुंबई और पठानकोट हमलों के पक्के सबूत दिए, लेकिन पाकिस्तान ने कभी उन्हें स्वीकार नहीं किया।
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“अब हर छह महीने में मासूमों की जान न जाए”
उन्होंने चेताया कि यदि पाकिस्तान को सही जवाब नहीं मिला, तो हर दो-छह महीने में ऐसे ही आम लोगों की जान जाती रहेगी। “अब सोचने का नहीं, एक्शन लेने का वक्त है। पाकिस्तान की धरती से आने वाले आतंकियों को खत्म करना जरूरी है,” ओवैसी ने कहा।
“शहीदों को मिले उचित सम्मान” – पीएम मोदी से अपील
ओवैसी ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोगों को शहीद का दर्जा दिया जाए। “ये लोग देश की सेवा करते हुए मारे गए हैं। उन्हें और उनके परिवारों को पूरा सम्मान मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मैं अनुरोध करता हूं कि वे इन परिवारों की भावनाओं का आदर करें,” AIMIM प्रमुख ने कहा।
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हिमांशी नरवाल का उदाहरण
ओवैसी ने भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा, “अपने पति को खोने के बावजूद हिमांशी जी ने नफरत के बजाय शांति और न्याय की मांग की। उन्होंने मुस्लिमों और कश्मीरियों के प्रति कोई घृणा नहीं दिखाई। यह बयान उन लोगों के लिए सीख है जो देश में सांप्रदायिक जहर घोलने का काम करते हैं।”
“देश को नफरत नहीं, भाईचारे की जरूरत”
अंत में ओवैसी ने कहा कि देश को इस समय नफरत नहीं, बल्कि शांति, भाईचारा और एकता की जरूरत है। “भारत तभी मजबूत रहेगा जब हम मिलकर काम करेंगे, एक-दूसरे से प्यार करेंगे। यही समय की मांग है,”।