मुलायम को प्रधानमंत्री बनाना चाहते थे शिवपाल, अखिलेश ने मायावती को PM उम्मीदवार घोषित कर तोड़ दिया सपना

बीते दिनों में खबरें आईं कि शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया असद्दुदीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं। वहीं, दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की विचारधारा यदि मिलती है तो गठबंधन होना तय है। बताया जा रहा है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात चल रही है।


अखिलेश ने बसपा से गठबंधन कर तोड़ दिया संकल्प

बता दें कि इस बात के संकेत प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल लोधी ने अपने बयान में दिए हैं। इस दौरान उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती पर जमकर हमला किया। यूपी के फर्रुखाबाद जिले में मसेनी चौराहा स्थित गेस्ट हाउस में प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल लोधी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया था, लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बसपा से गठबंधन कर इस संकल्प को तोड़ दिया।


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इस दौरान उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव तो मायावती को पीएम उम्मीदवार भी घोषित कर चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल लोधी ने कहा कि इससे साफ है कि उन्होंने मायावती के आगे सरेंडर कर दिया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने रिश्तों को भी नहीं निभाया। वहीं, गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि बगैर कांग्रेस के सपा-बसपा गठबंधन कामयाब नहीं है और कांग्रेस से प्रसपा की बात चल रही है। यदि दोनों की विचार धाराएं एक हुईं तो प्रसपा और कांग्रेस में गठबंधन होगा।


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प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल लोधी ने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया 79 सीटों पर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मैनपुरी की सीट नेताजी मुलायम सिंह यादव के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने छोड़ी है, क्योंकि वह रिश्ते निभाना जानते हैं।


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