ED Summons Robert Vadra: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक हाई-प्रोफाइल मामले में तलब किया है। यह मामला भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से संबंधित है, जो 2016 में भारत से फरार होकर वर्तमान में ब्रिटेन में रह रहा है। एजेंसी ने वाड्रा को आज यानी 10 जून को पूछताछ के लिए पेश होने का आदेश दिया था।
वाड्रा ने पेशी से मांगी मोहलत
रॉबर्ट वाड्रा ने ED को सूचित किया कि वे आज पूछताछ में शामिल नहीं हो पाएंगे और एक नई तारीख तय करने का आग्रह किया है। सूत्रों के अनुसार, वाड्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को एक ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ बताया है।
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UPA शासनकाल के दौरान संपत्ति खरीद का मामला
ED की जांच का फोकस 2004 से 2014 के बीच के उस दौर पर है, जब कथित तौर पर लंदन में संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन के माध्यम से वाड्रा और भंडारी के बीच संबंध स्थापित हुए। भंडारी पर विदेशों में अवैध संपत्ति छिपाने और रक्षा सौदों से कमाई गई धनराशि से संपत्ति खरीदने का आरोप है।
भंडारी की दुबई फर्म को मिले थे करोड़ों
ED के अनुसार, हरियाणा में वाड्रा की कंपनी ‘स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी’ द्वारा की गई जमीन खरीद-फरोख्त में भी अनियमितताएं पाई गईं। 2008 में खरीदी गई यह जमीन 2012 में DLF को 58 करोड़ रुपये में बेची गई थी। इस सौदे से जुड़े दस्तावेजों में संजय भंडारी की दुबई बेस्ड कंपनी ‘Offset India Solutions FZC’ के अकाउंट में 310 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन का पता चला है।
लंदन, दुबई और भारत में संपत्ति की जांच तेज
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि इस कथित ‘अपराध की आय’ से भंडारी ने दुबई और लंदन में कई संपत्तियां खरीदीं। अब तक लगभग 150 करोड़ रुपये के लेन-देन का पता चल चुका है और भारत में उसकी 26 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
कई कानूनों का उल्लंघन
संजय भंडारी पर विदेशी संपत्ति छिपाने, रिश्वत लेने, और मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), काला धन अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम जैसे कई कानूनों के उल्लंघन के आरोप हैं। भारत सरकार उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन की अदालतों में कानूनी लड़ाई लड़ रही है।