समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को सूबे के ऊर्जा मंत्री का नाम लिए बिना बिजली संकट (Power Crisis) का मसला उठाते हुए कहा कि सरकार समस्या का कारण बताने के लिए नहीं, निवारण के लिए होती है।
सपा चीफ अखिलेश यादव ने शनिवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा द्वारा कुछ विद्युत उत्पादन इकाइयों के तकनीकी कारणों से बंद किये जाने की सूचना ट्विटर पर दिये जाने का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने कहा कि सरकार समस्या का कारण बताने के लिए नहीं, निवारण के लिए होती है।
सरकार समस्या का कारण बताने के लिए नहीं, निवारण के लिए होती है। pic.twitter.com/5swIQmga4d
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 30, 2022
दरअसल, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने एक दिन पहले ट्वीट किया था कि यूपी की कुछ विद्युत उत्पादन इकाइयां तकनीकी कारणों से कई सप्ताह से बंद हैं, जिनमें हरदुआगंज-660 मेगावाट, मेजा-660 मेगावाट और बारा-660 मेगावाट शामिल हैं।
UP की कुछ विद्युत उत्पादन इकाइयाँ तकनीकी कारणों से कई सप्ताह से बंद हैं। जिनमें हरदुआगंज-660 MW, मेजा-660 MW, बारा-660 MW हैं। हरदुआगंज-605 MW भी मौसमी आँधी से छतिग्रस्त रही।
इन्हें ठीक कर महत्तम आपूर्ति के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी हैं।@UPPCLLKO @BJP4UP @myogiadityanath
— A K Sharma (@aksharmaBharat) April 28, 2022
इसके बाद सपा प्रमुख ने तंज करते हुए कहा कि सरकार समस्या का कारण बताने के लिए नहीं, निवारण के लिए होती है। शुक्रवार को भी अखिलेश यादव ने बिजली संकट को लेकर एक बयान में सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भीषण गर्मी के बीच अघोषित बिजली कटौती से प्रदेश की जनता झुलस रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं और गर्मी बढ़ने के साथ बिजली संकट गहराता जा रहा है।
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