मुजफ्फरनगर: किसी को 10 लाख का लालच, किसी को सुन्दर स्त्री से शादी का झांसा तो किसी को नशीला पदार्थ खिलाकर बनाया गया था मुसलमान, अब तीनों ने की घर वापसी

उत्तर प्रदेश में हाल ही में यूपी एटीएस ने धर्मांतरण कराने (Religious Conversion Gang) वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. सूबे में धर्मांतरण नेटवर्क सक्रिय पाया गया है. वहीं इसी नेटवर्क के शिकार हुए इस्लाम स्वीकार कर चुके मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने तीन युवकों घर वापसी (Ghar Wapsi) की है. इन लोगों ने 2014, 2016 और 2019 में धर्मांतरण किया था और उसके बाद मुस्लिम धर्म अपना लिया था. सोमवार को अमित से अब्दुल्ला, अरविंद से अकबर व रोशन लाल से रोशन अली बनने वाले तीनों युवकों ने फिर हिदू धर्म में वापसी की है.


दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक आज से लगभग डेढ़ वर्ष पहले अरविंद कश्यप नाम के एक व्यक्ति ने मुस्लिम समाज के झाँसे में पड़कर धर्म परिवर्तन कर लिया और अकबर अली बन गया था. वह खुड्डा गाँव में देशी उपचार करता है. उसकी दुकान पर खोजानगला गाँव के खालिक उर्फ भूरा और नदीम का आना-जाना लगा रहता था. इस दौरान मौका पाते ही आरोपित उन्‍हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसाते थे. अरविंद का कहना है कि इस्‍लाम मजहब अपनाने के लिए ये दोनों लगातार उस पर दबाव बनाते रहते थे. इसके लिए दोनों ने उसे 10 लाख रुपए का लालच भी दिया.


10 लाख का लालच और सुंदर स्त्री से शादी का झांसा देकर अरविंद को बनाया अकबर

यही नहीं, अमित को 10 लाख रुपये के साथ-साथ एक सुंदर महिला से निकाह कराने का भी लालच दिया गया था. ध्यान देने वाली ये है कि अमित की इससे पहले ही शादी हो गई थी. उसके तीन बच्‍चे भी हैं, जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं. खालिक ने अरविंद को विश्वास दिलाया कि वह और लोगों का भी धर्मांतरण करा चुका है, इसलिए कुछ नहीं होगा. अब अरविंद ने पूरी रीति-रिवाज के साथ हिंदू धर्म में घर वापसी कर ली है.


शीला पदार्थ खिलाकर रोशन लाल को बनाया रोशन बेग

इसी तरह रोशन लाल नाम के दूसरे शख्स ने भी सोमवार को हिंदू धर्म में वापसी की. इनका परिवार राजस्थान का रहने वाला है, लेकिन 2016 में ये मुजफ्फरनगर के चरथावल में रहने के लिए आ गए थे. इन्हें नहीं पता था कि यहाँ इनके पड़ोसी मुस्लिम बनने के लिए इतना प्रताड़ित करेंगे कि धर्म परिवर्तन करके उन्हें रोशन लाल से रोशन बेग बनना पड़ेगा. रोशन लाल बताया कि नशीला पदार्थ खिलाकर उनका मतांतरण कराया गया था. मकान पर भी कब्जा कर लिया था.


अमित से बन गया था अब्दुल्ला

वहीं, घर वापसी करने वाले तीसरे व्यक्ति का नाम अमित प्रजापति है. मुजफ्फरनगर के अमित भी धर्मांतरण के जाल में फँस गए थे. किसी मुस्लिम के संपर्क में आकर उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया था और अमित से अब्दुल्ला बन गए थे. अमित ने बताया कि उन्हें लाखों रुपये का लालच दिया गया था, कुछ लोगों ने उनका ब्रेनवाश किया, जिसके चलते धर्म बदल लिया था. अब घर वापसी से वह बेहद खुश हैं.


हिदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र पंवार व महामंत्री अंकुर राणा ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व मतांतरण करा मुस्लिम बनाए गए छपार थानाक्षेत्र के गांव बढ़ीवाला निवासी अकबर उर्फ अरविद, चरथावल निवासी अब्दुल्ला उर्फ अमित, राजस्थान के भरतपुर व हाल में चरथावल निवासी रोशन अली उर्फ रोशन लाल की सोमवार को घर वापसी कराई गई. संभलहेडा स्थित पंचमुखी महादेव मंदिर में मुंडन करा गंगाजल से तीनों को नहलाया गया. हवन-यज्ञ कराया गया. बघरा से पहुंचे यशवीर महाराज व चरथावल के आचार्य अभयदेव वेद गुरुकुल से आचार्य योगेश ने विधि विधान से तीनों का शुद्धिकरण कराया. तीनों युवकों ने यज्ञ में आहुति देकर भविष्य में कभी धर्म परिवर्तन नहीं करने का संकल्प लिया है.


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