उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुए दंगों (Delhi Violence) से संबंधित एक मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने अपनी चार्जशीट (Chargesheet) आज दाखिल कर दी है. करीब 100 पेज की चार्जशीट में उमर खालिद (Umar Khalid) के खिलाफ दंगे भड़ाकाना, दंगो की साजिश रचना, देश विरोधी भाषण देने के अलावा कई अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं. चार्जशीट में कहा गया है कि 8 जनवरी को शाहीन बाग में उमर खालिद, खालिद सैफी औऱ ताहिर हुसैन ने मिलकर दिल्ली दंगो की प्लानिंग करने के लिए मीटिंग की थी.
चार्जशीट के मुताबिक एंटी सीएए प्रदर्शनों को भड़काने के लिए उमर खालिद ने न केवल कई राज्यों का दौरा किया, बल्कि भड़काऊ भाषण देकर लोगों को दंगे के लिए भड़काया. दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार और महाराष्ट्र में हो रहे सीएए विरोधी प्रदर्शनों में उमर खालिद शामिल हुआ था. आरोप है कि इस दौरान, अमर खालिद ने अपने भड़काऊ भाषण के जरिए लोगों को हिंसा के लिए भड़काया था. इसके अलावा, चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि जिन-जिन राज्यों में उमर खालिद गया, उसके लिए उसे आने-जाने और ठहरने का इंतजाम प्रदर्शनकारियों के कर्ताधर्ताओं द्वारा किया गया था.
इससे पहले बीते महीने दिल्ली पुलिस द्वारा कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में कई बड़े खुलासे हुए थे. जिसके मुताबिक जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद (Umar Khalid) सीएए के विरोध प्रदर्शन में दिल्ली में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों (Bangladeshi citizens) को शामिल करने की योजना पर काम कर रहे थे. दिल्ली दंगों के लिए बतौर ढाल बंगाली भाषा बोलने वाली करीब 300 महिलाओं का इस्तेमाल किया गया था.
महिलाओं को बतौर ढाल किया गया इस्तेमाल
चार्जशीट में कहा गया है कि दिल्ली हिंसा में बंगाली बोलने वाली करीब 300 महिलाओं का इस्तेमाल किया गया था. इतना ही नहीं दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से इन महिलाओं को जाफराबाद एंटी-सीएए प्रदर्शन साइट पर बुलाया गया था. इन महिलाओं को 7 बसों में बिठाकर जाफराबाद लाया गया था. चार्जशीट के मुताबिक 23 फरवरी को पहले इन्हें बसों में शाहीन बाग प्रदर्शन साइट पर ले जाया गया, जहाँ इन महिलाओं को खाना खिलाया गया और फिर इसके बाद इन्हें जाफराबाद प्रदर्शन साइट पर लाया गया था. चार्जशीट में कहा गया है कि इनमें अधिकतर महिलाएं बुर्खें में थीं और प्रदर्शन के दौरान पथराव में भी शामिल थीं.
उमर खालिद ने रखी थी साजिश
बंगाली बोलने वाली इन महिलाओं को बस का किराया भी दिया गया था. चार्जशीट में कहा गया है कि इस पूरी प्लानिंग का तानाबाना उमर खालिद ने रचा था. स्पेशल सेल का दावा है कि दिल्ली हिंसा में उमर खालिद एक बड़े मास्टरमाइंड के तौर पर काम कर रहा था.
पहले शरजील और फिर उमर खालिद हुए थे गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की तरफ से उमर खालिद को 14 सितंबर को दिल्ली हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था. कड़कड़डूमा कोर्ट ने उमर खालिद की न्यायिक हिरासत 20 नवंबर तक के लिए बढ़ा दी है. दिल्ली पुलिस की तरफ से उनकी न्यायिक हिरासत 30 दिन और बढ़ाने की अर्जी लगाई गई थी. उमर खालिद के वकील ने दिल्ली पुलिस की अर्जी का विरोध करते हुए कहा कि पुलिस की जांच में इसने सभी तरह से सहयोग किया है. ऐसे में यह आरोप लगाकर कि उमर खालिद जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. उसकी न्यायिक हिरासत को बढ़ाने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा लगाई गई अर्जी गलत है.
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