महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ धाम में भव्य और दिव्य नजारा देखने को मिला। बुधवार को हनुमान घाट, दशाश्वमेध घाट और राजघाट से अखाड़ों की पेशवाई निकली, जिसमें श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान गंगा घाटों से लेकर बाबा के धाम तक माहौल महाकुंभ जैसा नजर आया।
अखाड़ों की पेशवाई गोदौलिया पर पहुंची और वहां से काशी विश्वनाथ धाम की ओर रवाना हुई। यह पहला अवसर था जब नागा संन्यासियों ने ज्ञानवापी मार्ग से प्रवेश किया। हर-हर महादेव के जयकारों के साथ संन्यासियों की टोली विश्वनाथ धाम पहुंची और बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। इससे पूर्व नागा संन्यासियों का प्रवेश ढुंढिराज गणेश मार्ग से होता था।
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के उपरांत निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने बताया कि इस बार सभी पांच अखाड़ों ने भगवान शिव की आराधना कर महाकुंभ की पूर्णाहुति के लिए अभिषेक किया।
हर-हर महादेव की गूंज से गूंजे घाट
महाशिवरात्रि पर काशी के अस्सी घाट से लेकर दशाश्वमेध घाट तक भक्तिमय माहौल देखने को मिला। शंख, घंटा-घड़ियाल की ध्वनि और हर-हर महादेव के उद्घोष से संपूर्ण वातावरण शिवमय हो गया। केदारेश्वर महादेव मंदिर जाने वाले केदारघाट की सीढ़ियां भी भक्तों से पूरी तरह भर गईं, जहां भक्तों ने श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की।महाशिवरात्रि के इस भव्य आयोजन ने काशी को एक बार फिर शिवमय बना दिया, जहां श्रद्धालुओं ने शिव की भक्ति में डूबकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति की।
Input – Sanjay Chauhan