बनारस की सड़कों पर जाम लगना अब एक आम बात हो गई है। कभी ठेले तो कभी दुकानें—हर कोई सड़कों पर कब्जा किए बैठा है। जिसकी वजह से लोगों को घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ता है। अब इस समस्या को वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने गंभीरता से लिया है।
सादे कपड़ों में निकले कमिश्नर
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार को कुछ अलग करने की ठानी। न तो किसी सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल किया, न ही वर्दी पहनी, बल्कि सादे कपड़ों में ई-रिक्शा से बनारस की गलियों का मुआयना करने निकले। उन्होंने जमीन पर उतरकर खुद यह जानने की कोशिश की कि जाम का असल कारण क्या है।
अतिक्रमणकारियों के बनाए वीडियो
कमिश्नर ने कबीरचौरा, मैदागिन, लोहटिया, काल भैरव जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाकर देखा कि कैसे दुकानदारों और ठेलेवालों ने सड़कों पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो बनाए और फोटो खींचकर सबूत भी जुटाए, ताकि उनके आधार पर कार्रवाई की जा सके।
बारिश में भी नहीं रुके कमिश्नर
जब कमिश्नर निकले, तब बारिश हो रही थी। लेकिन उन्होंने छाते की मदद से खुद को बचाया और बिना रुके लगातार यह देखते रहे कि कौन-कौन सड़क पर कब्जा कर रहा है और शहर को जाम में फंसा रहा है।
जांच के बाद सख्त कार्रवाई
•50 से ज़्यादा दुकानों और ठेलों की पहचान की गई।
•250 से ज़्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई।
•जिनके खिलाफ दो से अधिक केस पाए गए, उन पर गैंगस्टर एक्ट लगाने के निर्देश दिए गए।
•10 पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई के आदेश दिए गए, क्योंकि उनके इलाकों में अतिक्रमण पाया गया।
•शहर में 50 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम होता है।
“जो गलत करेगा, वो बचेगा नहीं”
कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा, “अब शहर में अतिक्रमण बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। जो भी सड़क पर कब्जा करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। और अगर कोई पुलिसवाला लापरवाही करेगा, तो वह भी नहीं बचेगा।”
Input-Ram Krishna Shukla