BJP को हराने के लिए कांग्रेस और बसपा के बीच हुआ गठबंधन

 

देश के तीन बड़े राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव चुनावी सरगर्मिया तेज हो गई। बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दल आपस में एक होते दिख रहे हैं। फिलहाल इन तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। इन राज्यों में सीधे तौर पर बीजेपी और कांग्रेस की टक्कर होने वाली है।

 

कांग्रेस चुनाव में जाने से पहले क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन करना चाहती है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस और मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन की खबर है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले दिनों में इसकी घोषणा कर सकते हैं।

 

मिली जानकारी के अनुसार दोनों ही पार्टियों में 60:40 फॉर्मूला के तहत समझौता हुआ है। सूत्रों के मुताबिक मायावती चाहती हैं कि अगर कांग्रेस-बीएसपी की सरकार बनती है तो उनकी पार्टी के चार नेताओं को मंत्री बनाया जाए। इसके अलावा एक डिप्टी सीएम का पद भी उनकी पार्टी के नेता को मिले।

 

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कुछ दिनों पहले गठबंधन को लेकर दिल्ली में मायावती से मुलाकात की थी। उसके बाद से गठबंधन की खबरें राजनीतिक गलियारों में सुर्खियां बन रही है।

 

बता दें कि मध्य प्रदेश में बसपा से गठबंधन करके कांग्रेस दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करना चाहती है। वहीं एक दशक से भी ज्यादा समय से शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर बैठे हुए है। कांग्रेस के कई नेताओं का मानना है कि शिवराज सरकार के खिलाफ राज्य में एंटी इनकंबेंसी है और मध्य प्रदेश के बड़े नेता बिना किसी मतभेद के अगर एक साथ चुनाव में जनता के बीच जाते हैं तो कांग्रेस को जीत जरूर मिलेगी। हालांकि कांग्रेस की आपसी फूट पर भी निर्धारित होता है कि वे कितनी कम हुई हैं। बहरहाल बीजेपी को शिकस्त देने के लिए कांग्रेस और बसपा एक हो रहे है।